Updated July 22nd, 2019 at 16:14 IST
चंद्रयान- 2 के सफल प्रक्षेपण पर राष्ट्रपति कोविंद, PM मोदी सहित कई दिग्गजों ने दी वैज्ञानिकों को बधाई
राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद ने कहा कि चंद्रयान-2 अब से लगभग 50 दिनों में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने वाला पहला अंतरिक्ष-यान होगा।
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भारत के दूसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-2’ का सोमवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया गया और करीब 16 मिनट बाद भूस्थैतिक प्रक्षेपण यान ‘जीएसएलवी मार्क ।।। एम-1’ ने इसे सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया।
इसरो की इस सफलता से हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। जिसके बाद से राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम दिग्गजों की तरफ से बधाई का तांता लग गया।
राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद ने कहा कि चंद्रयान-2 अब से लगभग 50 दिनों में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने वाला पहला अंतरिक्ष-यान होगा। आशा है यह मिशन नई खोजों को जन्म देगा और हमारी ज्ञान प्रणालियों को समृद्ध करेगा। मैं चंद्रयान-2 टीम की सफलता की कामना करता हूँ
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है। मैंने थोड़ी देर पहले ही इसके लॉन्च में निरंतर तन-मन से जुटे रहे वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई दी।
तीन चरणों वाले 43.43 मीटर लंबे जीएसएलवी मार्क 3 एम-1 ने अपराह्न दो बजकर 43 मिनट पर उड़ान भरी और आसमान में छाए बादलों को चीरते हुए प्रक्षेपण के करीब 16 मिनट बाद 3,850 किलोग्राम वजनी चंद्रयान-2 को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।
पृथ्वी की कक्षा में स्थापित होने के साथ ही इसने भारत के महत्वाकांक्षी मिशन के पहले चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया।
इसरो ने कहा कि ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर के साथ गया चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने से पहले 15 महत्वपूर्ण अभियान चरणों से गुजरेगा। यान के सितंबर के पहले सप्ताह में चांद पर उतरने की उम्मीद है।
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Published July 22nd, 2019 at 16:12 IST
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