Updated February 5th, 2020 at 15:31 IST
शाहीन बाग में बुर्का पहनकर गुंजा कपूर बना रही है थी 'वीडियो', पुलिस ने किया प्रदर्शनस्थल से बाहर
खबरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को गुंजा की हरकतों पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने गुंजा की तालाशी ली तो प्रदर्शनकारियों को उनके पास से एक कैमरा मिला।
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Caa के खिलाफ प्रदर्शन से सुर्खियों में आने वाले दिल्ली के शाहीन बाग में उस वक्त हड़कप मच गया, जब प्रदर्शनकारियों आरोप लगाया गया कि राजनीतिक विश्लेषक गुंजा कपूर पर बुर्का पहनकर उनका वीडियो बना रही है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रदर्शन की जगह से बाहर कर दिया।
खबरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को गुंजा की हरकतों पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने गुंजा की तालाशी ली तो प्रदर्शनकारियों को उनके पास से एक कैमरा मिला। जिसके बाद वहां हंगामा मचा गया। जिसके बाद पुलिस ने हरकत में आते हुए गुंजा को वहां से बाहर कर दिया। ताजा खबर के अनुसार अब पुलिस उनसे इस पूरे मामले पर पूछताछ कर रही हैं।
कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग और ओखला अंडरपास पर 15 दिसंबर से यातायात बाधित है जहां सैकड़ों महिलाएं संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठ गईं थीं। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ सैकड़ों महिलाओं के धरने पर बैठने के बाद 15 दिसंबर से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग और ओखला अंडरपास पर पाबंदियां लगा दी गई हैं।
जिसको लेकर मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली भाजपा के एक नेता को यहां शाहीन बाग इलाके में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों को हटाने की उनकी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध कराने के लिए शीर्ष न्यायालय के संबद्ध अधिकारी का रुख करने का मंगलवार को निर्देश दिया।
भाजपा नेता नंद किशोर गर्ग की ओर से पेश हुए अधिवक्ता शशांक देव सुधि ने प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ से अनुरोध किया कि दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाली एक सड़क पर करीब दो महीने से चल रहे प्रदर्शन के चलते बाशिंदों को हो रही कठिनाई पर विचार करते हुए याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाए।
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Published February 5th, 2020 at 15:10 IST
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