Updated September 23rd, 2021 at 17:34 IST
पीएम मोदी 27 सितंबर को 'प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन' करेंगे लॉन्च, जानिए आम जनता को कैसे मिलेगा फायदा!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार 27 सितंबर को प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (Pradhan Mantri Digital Health Mission) (पीएम-डीएचएम) के राष्ट्रव्यापी रोलआउट की घोषणा करेंगे।
Advertisement
Pradhan Mantri Digital Health Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सोमवार 27 सितंबर को 'प्रधान मंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (Pradhan Mantri Digital Health Mission) (पीएम-डीएचएम)' के राष्ट्रव्यापी रोलआउट की घोषणा करेंगे। बता दें इसे पहले राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission) (एनडीएचएम) के रूप में जाना जाता था। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पीएम-डीएचएम (PM-DHM) का उद्देश्य हेल्थ केयर डेटा के माध्यम से भारत में हेल्थ केयर कवरेज की प्रभावशीलता (Effectiveness), दक्षता (Efficiency) और पारदर्शिता (Transparency) में सुधार करना है।
इसे भी पढ़ें: VIDEO: मैच के दौरान राशिद खान की गेंद पर छूटा ऋषभ पंत का बल्ला, फिर जो हुआ..
पीएम-डीएचएम (PM-DHM) स्वास्थ्य की पहचान, डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए स्पेशल पहचानकर्ता, इंडिविजूअल हेल्थ रिकॉर्ड, टेलीमेडिसिन और ई-फार्मेसी के साथ-साथ नेशन डिजिटल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधाएं देना चाहता है। फ्लैगशिप योजना के तहत वाइड रेंज डेटा, सूचना और बुनियादी ढांचा सेवाओं की उपलब्धता के साथ नेशनल डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम बनाया जाएगा। यह प्रोग्राम स्वास्थ्य संबंधी व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करेगा।
बता दें, नेशनल डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम मरीजों के लिए बनाया जा रहा है। मरीज यहां अपना हेल्थ रिकॉर्ड को अपने पसंद के डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साझा करने या स्टोर करने और उसे एक्सेस करने की सहमति देने सकेंगे। अंडमान और निकोबार, चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप और पुडुचेरी जैसे छह केंद्र शासित प्रदेश थे जहां पहले पायलट योजना लागू की गई थी।
इसे भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर: भारतीय सेना ने महिलाओं के लिए आयोजित किया मुफ्त कटिंग और टेलरिंग का कोर्स
भारत की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा (National Telemedicine Service), ई-संजीवनी (eSanjeevani) ने 1.2 करोड़ परामर्श किए हैं और देश की सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ी टेलीमेडिसिन सेवा (telemedicine service) को आकार दे रही है।
बता दें कि अब तक देश भर में राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा हर दिन लगभग 90,000 रोगियों से जुड़कर सेवा प्रदान करती है। यह योजना मरीजों की बड़ी संख्या को डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स से जोड़ती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेश के अनुसार, eSanjeevani दो मोड – eSanjeevani AB-HWC और eSanjeevaniOPD के माध्यम से कार्य कर रही है।
राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा जमीनी स्तर पर डॉक्टरों और विशेषज्ञों की कमी को दूर करने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं यह माध्यमिक और तृतीयक स्तर के अस्पतालों के बोझ को कम करके शहरी और ग्रामीण भारत के बीच डिजिटल हेल्थ को जोड़ रही है। देश में डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से बढ़ावा मिला है। एक स्वदेशी टेलीमेडिसिन तकनीक, ई-संजीवनी (e-Sanjeevani) को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (Centre for Development of Advanced Computing) (सी-डैक) द्वारा मोहाली में विकसित किया गया था। बता दें यह तकनीक मोहाली में एंड-टू-एंड सेवाएं प्रदान करता है।
इसे भी पढ़ें: छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले चूहे और बिल्ली का ऐसा है दोस्ताना, वीडियो देख हो जाएंगे हैरान
Advertisement
Published September 23rd, 2021 at 17:34 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।