Updated February 16th, 2019 at 16:12 IST
गुरदासपुर में देश के वीर सपूत शहीद मनिंदर सिंह को दी गई अंतिम विदाई, हर किसी की आंखें हुई नम
पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए 28 वर्षीय मनिंदर सिंह का यहां उनके पैतृक स्थान पर शनिवार को पूरे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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आज पूरा देश गुस्सा, रोस और आक्रोश से भरा हुआ है। हर कोई जम्मू-कश्मीर में कायराना हमले में हुए भारत के 40 वीर सपूरों की शहादत से सदमे में है। लेकिन सच ये भी है कि देश डरा नहीं है। आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एकजुट होक खड़ा है।
पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए 28 वर्षीय मनिंदर सिंह का यहां उनके पैतृक स्थान पर शनिवार को पूरे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
राष्ट्रध्वज में लिपटे ताबूत में उनका पार्थिव शरीर शनिवार को सुबह दीनानगर के आर्य नगर में उनके आवास पर लाया गया।
मनिंदर के छोटे भाई लखवीर सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। लखवीर सिंह भी सीआरपीएफ में सेवारत हैं।
मनिंदर सीआरपीएफ के उन 40 जवानों में शामिल हैं जिनकी बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में मौत हो गई।
उनके परिवार में पिता सतपाल सिंह अत्री, तीन बहनें और भाई लखवीर है।
उनके आवास पर हृदय विदारक दृश्य देखने को मिले। बड़ी संख्या में लोग वीर जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए।
शोकाकुल लोगों ने राष्ट्रध्वज ले रखा था और उन्होंने ‘मनिंदर अमर रहे, मनिंदर जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। लोगों ने पाकिस्तान विरोधी नारे भी लगाए।
कुछ स्कूली छात्र तिरंगा लिए हुए उस सड़क पर खड़े रहे जहां से पार्थिव शरीर लेकर आ रहा वाहन गुजरा।
मनिंदर ने बीटेक किया था और वह 2015 में सीआरपीएफ में शामिल होने से पहले बेंगलुरू में एक आईटी कंपनी में काम करते थे। उनके पिता पंजाब रोडवेज के सेवानिवृत कर्मचारी हैं।
पंजाब की परिवहन मंत्री और स्थानीय विधायक अरुणा चौधरी तथा पूर्व राज्य मंत्री मोहन लाल भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर जानकारी देने के लिए आज केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बता दें, बृहस्पतिवार को हुए इस हमले में कम- से-कम 40 जवान शहीद हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कायराना आतंकी हमले में देश के 40 वीर सपूत वतन पर कुर्बान हो गए। जवानों की शहादत के बाद हर किसी के जहन में रोस और आक्रोश है।
महाराष्ट्र के यवतमाल में भी पीएम मोदी की ललकार देखने को मिली। चौबीस घंटे में तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वीर सपूतों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। सेना को खुली छूट दे दी है।
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Published February 16th, 2019 at 16:02 IST
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