Updated May 18th, 2021 at 21:37 IST
‘साथ आए, साथ गए’: मेरठ से आया जुड़वां भाइयों के कोरोना से निधन का चौंकाने वाला मामला
उत्तर प्रदेश के मेरठ से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसमें संक्रमण के कारण कुछ ही घंटों के अंदर दो जुड़वा भाइयों की मौत हो गई।
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कोरोना महामारी ने कुछ ही समय में लाखों लोगों की जान ले ली है और कई परिवार उजाड़ दिए हैं। इसी कड़ी में, उत्तर प्रदेश के मेरठ से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसमें संक्रमण के कारण कुछ ही घंटों के अंदर दो जुड़वा भाइयों की मौत हो गई। दोनों ने साथ ही जन्म लिया, साथ पले-बड़े, साथ में पढ़ाई की, साथ में कोविड-19 से संक्रमित हुए और अब साथ में मरने के बाद दोनों को आसपास दफनाया गया है।
‘जानता था दोनों साथ आएंगे वर्ना…’
पीटीआई के मुताबिक, भाइयों के शिक्षक पिता ग्रेगरी रेमंड राफेल ने कहा कि ‘वह जानते थे कि अगर वे लौटेंगे तो दोनों साथ, वरना कोई वापस नहीं आएगा’। उन्होंने कहा कि दोनों ने जन्म से लेकर सब कुछ साथ-साथ ही किया है।
बता दें कि मेरठ के निवासी राफेल के जुड़वां बेटों जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी और राल्फ्रेड जॉर्ज ग्रेगरी का जन्म तीन मिनट के अंतर पर हुआ था और 24 साल की उम्र में ही दोनों की कुछ ही घंटों के भीतर महामारी से मौत हो गई। 13 मई को जोफ्रेड के दम तोड़ने के घंटो बाद 14 मई को राल्फ्रेड ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।
दो जवान बेटों को एक साथ खो देने के कारण ग्रेगरी राफेल और उनकी पत्नी सोजा ग्रेगरी पूरी तरह से बिखर गए हैं और इस हादसे को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
राफेल ने पीटीआई से बातचीत में बताया कि राल्फ्रेड ने अस्पताल से आखिरी बार अपनी मां से फोन पर बात की थी और जोफ्रेड के बारे में पूछा था, हालांकि, उनकी मां ने उनसे सच छुपाया। राफेल ने कहा कि शायद उनके बेटे को पता था कि उसका भाई ठीक नहीं है इसलिए उसने अपनी मां से बोला कि ‘आप झूठ बोल रही हैं’।
राफेल ने आगे बताया कि राल्फ्रेड के कॉल के बाद उन्हें लगने लगा था कि ‘आए तो दोनों साथ आएंगे वर्ना कोई नहीं आएगा’। उन्होंने कहा कि ‘दोनों को जन्म से ही सबकुछ, सारी बीमारी एक साथ होती थी’।
उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल को दोनों की तबीयत खराब हुई लेकिन ऑक्सीजन स्तर 90 पर पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल ले जाने को कहा। एक मई को दोनों भर्ती होने के बाद पॉजिटिव निकले। उनकी दूसरी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन संक्रमण उनके फेफड़ों में फैल चुका था इसलिए लाख कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
राफेल ने बताया कि उनके बेटे हैदराबाद से कोरिया और फिर जर्मनी जाने की योजना बना रहे थे। उन्होंने अंत में भावुक होते हुए कहा- ‘भगवान ने हमें यह सजा क्यों दी। भगवान ऐसा दिन किसी दुश्मन को भी न दिखाए।’
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Published May 18th, 2021 at 21:30 IST
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