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Updated November 3rd, 2018 at 14:46 IST

13 लोगों को मारने वाली 'नरभक्षी' बाघिन अवनी का ऐसे हुआ एनकाउंटर, लोगों ने मिठाई बांटकर मनाया जश्न..

अवनी की उम्र 5 साल हैं… करीब दो साल पहले अवनी ने एक शक्स को शिकार बनाया था. तब किसी को लगा नहीं था की वो आगे चलकर नरभक्षी बन जाएगी.

Reported by: Dinesh Mourya
| Image:self
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दो महीने की तलाश के बाद आखिरकार, बाघिन अवनी जिसे T1 के नाम से भी जाना जाता हैं उसे खत्म करने में वनविभाग को कामयाबी मिल ही गई. शुक्रवार रात चले लंबे सर्च ऑपरेशन के बाद शार्प शूटर ने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के जंगलों में अवनी को मार गिराया. दिग्गज शार्प शूटर नवाब शफत अली के बेटे असगर ने अवनी पर सटीक निशाना लगाते हुए उसे खत्म कर दिया. वनविभाग का दावा हैं की, पहले उन्होने अवनी को बेहोश करने की कोशीश की लेकिन ये हो नहीं पाया और बाघिन बहुत आक्रामक हो गई और हमला कर दिया जिसके बाद उसपर गोली चलाई गई.

अवनी और दहशत के दो साल

अवनी की उम्र 5 साल हैं… करीब दो साल पहले अवनी ने एक शक्स को शिकार बनाया था. तब किसी को लगा नहीं था की वो आगे चलकर नरभक्षी बन जाएगी. पिछले 48 महिनों में अवनी ने एक के बाद एक 13 लोगों की कथित रुप से अपना शिकार बनाया. इस नरभक्क्षी बाघिन दहशत इतनी थी की गांववालो ने अपने घरों से निकालना बंद कर दिया था. अवनी बाघिन की दहशत 22 गांवो में फैली थी जहां की आबादी करीब 25 हजार हैं. अवनी को खत्म करने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर आ गए. आम लोगों के भारी दबाव के बाद वन विभाग ने अवनी को देखते ही गोली मार देना का आदेश दे दिया. वन्यप्रेमीओं ने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया और अवनी की हत्या करने के आदेश को रद्द करने की मांग की. पहले मुंबई हायकोर्ट के नागपूर बेंच ने और बाद में सुप्रिम कोर्ट ने भी इस आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. अदालत ने कहा की, पहले अवनी बाघिन को बेहोश करने की कोशीश की जाए और अगर यह कोशीश नाकाम रहती हैं तो फिर अवनी को शूट किया जाए.  

पिछले दो महिने में सरकार ने अवनी को ढूंढने में करीब 60 से 70 लाख रुपये खर्च कर दिये. यह सर्च अभियान कितना बड़ा था इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं की, अवनी को ढूंढने के लिये 4 हाथी, थर्मल ड्रोन , 100 से ज्यादा ट्रैप कैमरे, स्निफर डॉग्स, परफ्युम, पैराग्लायडर की मदद ली गई. करीब 200 से ज्यादा वनकर्मी जिसमें प्रायवेट और वनविभाग के शूटर्स भी शामील हैं. दो महिनों तक चले ऑपरेशन के बाद आखिरकार, वनविभाग ने बोराटी गांव के जंगल में अवनी बाघिन को मार गिराया.

गांववालों को जैसे ही नरभक्क्षी बाघिन के खात्मे की जानकारी मिली वो जश्न में डुब गए और उन्होंने जमकर पटाखे फोडें, मिठाईयां बांटी.

अवनी की हत्या की गई- वन्य प्रेमी

इस बाघिन की हत्या की ख़बर वायरल होने के साथ ही वन्यप्रेमीयों का गुस्सा सोशल मीडिया पर उमड पडा. अवनी की किलींग पर नाराजगी जताते हुए आम आदमी पार्टी नेता प्रिती मेनन, जो खुद भी वन्यप्रेमी हैं, उन्होने ट्वीटर पर लिखा की,  बड़े दुख के साथ बताना पड रहा हैं की, राज्य के वनमंत्री सुधीर मुंगंटीवार ने अवनी की हत्या कर दी हैं. वहीं अन्य दुसरे ट्वीटर युजर्स ने भी इसे दुर्भाग्यपुर्ण बताते हुए संबंधीत वनविभाग के अधिकारीयों पर कार्रवाई की मांग की हैं. अवनी बाघिन के दो छोटे बच्चे हैं, वन विभाग ने इस दोनों बच्चों की तलाश तेज कर दी हैं.

 

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Published November 3rd, 2018 at 14:25 IST

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