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Updated October 25th, 2019 at 12:53 IST

हरियाणा में खट्टर सरकार बनना तय! कांडा समेत सभी निर्दलीय विधायकों का BJP को खुला समर्थन

नई विधानसभा में सात निर्दलीय जीत कर आए है और और इन्होंने खुले तौर पर बीजेपी का समर्थन करने की बात कही हैं।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 40 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है हालांकि बहुमत के जादुई आंकड़े से वह अब भी छह सीट दूर है।

पीटीआई भाषा के सूत्रों की माने तो भाजपा शुक्रवार को राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। कांग्रेस 31 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी दस सीटों पर जीत दर्ज की है। इनेलो और गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट मिली है। वहीं 46 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली आम आदमी पार्टी खाता भी खोल नहीं सकी।

नई विधानसभा में सात निर्दलीय जीत कर आए है और और इन्होंने खुले तौर पर बीजेपी का समर्थन करने की बात कही हैं। वहीं हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने भी बीजेपी का समर्थन करने का ऐलान किया है। 

गोपाल कांडा ने कहा मीडिया से बात करते हुए कहा कि  सभी स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन दिया है। मेरे पिता 1926 से आरएसएस से जुड़े थे, जनसंघ के टिकट पर आजादी के बाद देश का पहला आम चुनाव लड़ा था।

बता दें, लोकसभा में राज्य की दस सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा के लिए नतीजे निराश करने वाले रहे। चुनाव में 75 सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा 40 सीटों पर सिमट गई और राज्य सरकार के 10 मंत्रियों में से आठ को हार का सामना करना पड़ा।

भाजपा ने जिन विधायकों को दोबारा टिकट दिया था उनमें से करीब आधे चुनाव हार गए। पिछली विधानसभा में विधायक रहे भाजपा के 21 प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी की ओर से चुनाव मैदान में उतारे गए खिलाड़ियों में केवल हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह जीतने में कामयाब हुए जबकि योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को हार का सामना करना पड़ा।

भाजपा के मत प्रतिशत में लोकसभा चुनाव के मुकाबले भारी गिरावट आई है। लोकसभा में जहां कुल 58 प्रतिशत मिले थे जो इस चुनाव में गिरकर 36.5 प्रतिशत रह गया।

हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले पार्टी के मत प्रतिशत में तीन फीसदी का सुधार हुआ है जिसका उल्लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किया।

गौरतलब है कि पिछली विधानसभा में भाजपा 47 , कांग्रेस 17, इनेलो 19, शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी एक-एक और निर्दलीयों ने पांच सीटों पर दर्ज की थी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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Published October 25th, 2019 at 12:53 IST

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