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Updated December 22nd, 2018 at 12:03 IST

राजीव गांधी के खिलाफ कथित प्रस्ताव पर घिरी 'AAP', कपिल मिश्रा ने पूछा- सिखों के साथ इतना भद्दा मजाक क्यों?

आप विधायक जरनैल सिंह ने इस प्रस्ताव को पेश करते वक्त राजीव गांधी के नाम का जिक्र किया साथ ही मांग की कि सिख विरोधी दंगे को उचित ठहराने के लिए कांग्रेस नेता से भारत रत्न वापस लिया जाए. 

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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दिल्ली विधानसभा में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के कथित प्रस्ताव पर दिल्ली की राजनीति में भूचाल आ गया है. आप के बागी नेता कपिल मिश्रा ने इसको लेकर आप पार्टी पर हमला बोला है.

कपिल मिश्रा ने एक के बाद एक ट्वीट करके दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल पर सवाल खड़े किए

उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि रामनिवास गोयल आये हैं गठबन्धन बचाने - जो सबने देखा, जो सबके हुआ उसे ही झूठा बताया जाएगा. सवाल ये हैं सिखों के साथ इतना भद्दा मजाक क्यों?

दूसरे ट्वीट में उन्होंने पूछा कि अब रामनिवास गोयल जी का कहना हैं कि जरनैल सिंह का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं हुआ.  अगर प्रस्ताव पास ही नहीं हुआ तो क्या केजरीवाल सरकार अल्पमत में हैं ? कांग्रेस को ब्लैकमेल करने के लिए प्रस्ताव लाये और खुद फंस गए केजरीवाल. मकड़ी अपने बनाये जाल में खुद फंस कर तड़प रही हैं

दरअलस रामनिवास ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि  1984 के दंगों के मामले पर चर्चा का प्रस्ताव था. मूल प्रस्ताव में राजीव गांधी जी का कोई जिक्र नहीं था, इसे AAP विधायक जरनैल सिंह ने अपने भाषण में खुद जोड़ा है, यह एक भावनात्मक मुद्दा है.

क्या था प्रस्ताव? 

आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि जो मूल लेख सदन में पेश किया गया था, पूर्व प्रधानमंत्री के संबंध में पंक्तियां उसका हिस्सा नहीं थीं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक सदस्य का हस्तलिखित संशोधन प्रस्ताव था जिसे इस प्रकार से पारित नहीं किया जा सकता. 

आप विधायक जरनैल सिंह ने इस प्रस्ताव को पेश करते वक्त राजीव गांधी के नाम का जिक्र किया साथ ही मांग की कि सिख विरोधी दंगे को उचित ठहराने के लिए कांग्रेस नेता से भारत रत्न वापस लिया जाए. 

लेकिन भारद्वाज के बयान के बाद सिंह ने कहा कि यह केवल एक तकनीकी खामी है. उन्होंने कहा कि प्रस्ताव की लिखित प्रतियों में हालांकि गांधी का जिक्र नहीं था इसे केवल मौखिक तौर पर बोला गया जो सदन में ध्वनिमत से पारित हो गया. 

कांग्रेस ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान दी. आप का असली चेहरा सामने आ गया है. मैंने हमेशा माना है कि आप भाजपा की बी टीम है. आप ने गोवा, पंजाब, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ में अपने उम्मीदवार उतारे ताकि भाजपा की मदद हो सके और कांग्रेस का वोट कटे.''

 अनिल विज ने ट्वीट खबरों में...

हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने भी 17 दिसंबर को ट्वीट किया था- राजीव गांधी के सभी अलंकार वापिस ले लिए जाने चाहिए और उनके नाम से चल रही सभी योजनाओं तथा प्रकल्पों से राजीव गांधी का नाम मिटा देना चाहिए. जब तक उन सबको सजा न मिले जो इसमें शामिल थे या जिन्होंने इस नरसंहार का समर्थन किया चाहे फिर राजीव हों जिन्होंने इस नरसंहार का यह कहकर समर्थन किया हो कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है, उन्हें भी मरणोपरांत सजा दी जानी चाहिए.

 

 

 

 

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Published December 22nd, 2018 at 12:02 IST

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