Updated November 21st, 2018 at 21:25 IST
J&K में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच राज्यपाल ने की विधानसभा भंग, सरकार बनाने की संभावना खत्म!
वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार , जम्मू कश्मीर सरकार बनाने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस तथा पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस एक साथ आ गए है.
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के कुछ ही देर बाद, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार की रात राज्य विधानसभा को भंग कर दिया और साथ ही कहा कि जम्मू कश्मीर के संविधान के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की गयी है.
इससे कुछ ही समय जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के समर्थन से जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
उन्होंने लिखा, ‘‘आपको मीडिया की खबरों में पता चला होगा कि कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस ने भी राज्य में सरकार बनाने के लिए हमारी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है . नेशनल कान्फ्रेंस के सदस्यों की संख्या 15 है और कांग्रेस के 12 विधायक हैं . अत: हमारी सामूहिक संख्या 56 हो जाती है .’’
महबूबा ने अपने पत्र में कहा, ‘‘चूंकि इस समय मैं श्रीनगर में हूं, इसलिए मेरा आपसे तत्काल मुलाकात करना संभव नहीं होगा और यह आपको इस बाबत सूचित करने के लिए है कि हम जल्द ही राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आपकी सुविधानुसार मिलना चाहेंगे .’’
इससे पहले पीडीपी नेता अल्फता बुखारी ने कहा था कि पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस जम्मू कश्मीर में सरकार गठित करने के उद्देश्य से हाथ मिलाने को तैयार हो गए हैं. उन्होंने कहा था कि 87 सदस्यीय सदन में 60 विधायक प्रस्तावित गठबंधन करने को तैयार हो गये हैं.
बता दें , बुधवार को इस संबंध में नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला के साथ हुए बैठक के बाद सीएम पद के लिए सैयद बुखारी के नाम पर सहमति बनी है. याद दिला दें कि भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी से गठबंधन तोड़ सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. जिसके बाद वहां सियासी संकट पैदा हो गए थे.
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Published November 21st, 2018 at 21:10 IST
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