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Updated May 23rd, 2020 at 18:55 IST

दिल्ली से गिरफ्तार जहानजेब सामी पर बड़ा खुलासा- ISIS का आतंकी दिमाग़ जो हिंदुस्तान को बनाना चाहता था इस्लामिक स्टेट

जहानजेब अब ऐसे मुस्लिम संगठन की तलाश करने लगा जो दुनिया में ख़लीफ़ा साम्राज्य की स्थापना करने में लगे थे।

| Image:self
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दिल्ली में पकड़े गए ISIS मॉड्यूल से जुड़े जहानजेब सामी पर बड़ा खुलासा हुआ है। स्पेशल सेल के मुताबिक गिरफ्तार जहानजेब सामी एंटी CAA प्रदर्शनों के बीच हिंसा करवाने के लिए हथियार और गोला बारूद इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा था। साथ ही जांज मे यह बात सामने आई है कि एंटी CAA प्रदर्शन की आड़ में भारत में बड़े पैमाने पर युवाओं को जेहादी हिंसा करने के लिए भड़काया जा रहा था। 

बता दें जहानजेब सामी वानी ने श्रीनगर के कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद फ़िरोज़पुर, पंजाब के शहीद भगत सिंह कॉलेज से बी टेक (2003-2007)किया। इसके बाद बेंगलूरू से एमबीए करने के बाद बेंगलूरू में ही एक मल्टीनेशनल कंपनी में 9-10 महीने तक काम किया। फिर कश्मीर आकर साल 2011 से 2016 के जिन जुलाई तक कश्मीर में काम करने लगा। इस दौरान 2015 में जहानजेब ने वेब डिज़ाइनिंग और कॉल सेंटर के काम के लिए अपनी कंपनी भी बनाई। मई 2016 में फ़ेसबुक के माध्यम से जहानजेब हिना बशीर बेग़ के सम्पर्क में आया। 

जानकारी के अनुसार इससे पहले कश्मीर में जहानजेब सिविल सर्विसेज़ की तैयारी कर रहा था। इस दौरान वो जहानजेब इस्लामिक स्टेट और ख़लीफ़ा विचारधारा को मानने लगा। वो शरिया क़ानून को मानने और बढ़ावा देने लगा। 

जहानजेब अब ऐसे मुस्लिम संगठन की तलाश करने लगा जो दुनिया में ख़लीफ़ा साम्राज्य की स्थापना करने में लगे थे। ऐसे में जहानजेब का आईएसआईएस के बारे रुझान बढ़ा। आईएसआईएस ने इराक और सीरिया में अपने कब्जे वाले इलाकों को नया देश घोषित कर दिया है और अपना नाम भी बदलकर द इस्लामिक स्टेट कर दिया है। इस सुन्नी उग्रवादी संगठन के प्रमुख अबू बकर अल-बगदादी ने अपने को नए देश का ख़लीफ़ा घोषित कर दिया था। खलीफा मध्य युगीन सुन्नी समुदाय के सबसे बड़े नेता को कहा जाता था, बगदादी ने भी शासन के इसी तरीके को चुना था। उसका मानना था कि दुनिया में जहां-जहां मुस्लिम हैं, वे शरीयत का पालन करेंगे और सिर्फ खलीफा के आदेश को मानेंगे। 

इस दौरान जहानजेब ने अबू बकर अल-बगदादी को ख़लीफ़ा मान लिया। और अब बग़दादी और ISIS को फोलो करने लगा। बगदादी उसके लिए उसका कमांडर था। उसने ISIS के लिए काम करना शुरू कर दिया। ISIS और इस्लामिक स्टेट की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए उसने सोशल मीडिया पर कई अकाउंट बनाए। अलग अलग प्लेटफ़ॉर्म पर वो ISIS की कट्टर विचारधारा का बचाव भी करने लगा। 

पाकिस्तानी आंतकी हुजैफा अल बाकिस्‍तानी जो इस्लामिक स्टेट ऑफ़ जम्मू एंड कश्मीर का मुख्य कमांडर था, उसने जहानजेब से संपर्क साधा। और उसे टेलीग्राम का अपना आईडी देकर टेलीग्राम पर बात करने के लिए कहा। 

आईएस का कमांडर हुजैफा अल बाकिस्‍तानी वही है जिसनेअपने ससुर अबु उस्मान (कश्मीरी) के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट ऑफ़ जम्मू एंड कश्मीर (ISJK) बना कर कश्मीरी युवाओं को रेडिकलाइज कर भर्ती करने में लगा था। हुजैफा जम्‍मू एंड कश्‍मीर और अफगानिस्‍तान में आईएस की गतिविधियां चलाता था। और "Wilayah of Hind" और “ Hind province” ऑफ  आईएस के गठन के पीछे भी था। ऑनलाइन IS के लिए भर्ती करने में माहिर हुजैफा अल बाकिस्‍तानी 2019 में अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमले में मारा गया था।

हुजैफा अल बाकिस्‍तानी ने जहानजेब को टेलीग्राम Id- Khattabi_irahabi दिया और उस से सम्पर्क साधने के लिए बोल जो की खुरासान का है। जब जहानजेब ने उस आईडी पर बात किया तो उसने उसे एक थ्रीमा आईडी दिया। और ये आईडी तिहाड़ में बंद अब्दुल्ला बासित का था। अब्दुल्ला बासित (25yrs) वही है जिसे हिंदुस्तान में ISIS की गतिविधियाँ चलाने के जुर्म में NIA ने अगस्त 2018 में हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। 

अब्दुल्ला बासित, मतीन अज़ीज़ी-यारा (matin azizi-yarand) के लगातार सम्पर्क में था जिसे FBI ने मई 2018 में गिरफ़्तार किया था जो अमेरिका के एक मॉल में बड़े आतंकी हमले की प्लानिंग में था।

अब्दुल्ला बासित ने जहानजेब को “Wilayah Hind” की मैगज़ीन स्वात एल हिंद और वोइंस ऑफ हिंद निकालने के लिए बोला। उसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म सिग्नल पर एक ग्रुप बनाकर इन्होंने सीएए के ख़िलाफ़ चल रहे प्रदर्शन में लोगों को भड़काया।

जहानजेब ने सोशल मीडिया पर ISIS की कट्टरता को फैलाने के लिए कई फ़र्ज़ी नाम से कई अकाउंट बनाए। इसके अलावा इंस्टाग्राम, थ्रीमा, स्नैपशॉट, ट्विटर, सिग्नल पर भी इसकी मौजूदगी थी। इसके साथ एल मुरबीतीं और और लवर्स ऑफ़ हूर एयन के नाम से दो टेलीग्राम चैनल भी थे जहां इस्लामिक स्टेट की विचारधारा को बढ़ावा देता था। 

इस्लामिक स्टेट की विचारधारा को आगे बढ़ाने और मज़बूत करने के लिए हिना बेग़ और  जहानजेब ने शादी कर ली। 

फेसबुक पर हिना की मुलाक़ात सादिया से हुई। उसके बाद टेलीग्राम पर भी हिना सादिया से बातचीत करने लगी। सादिया वही महिला थी जिसे कश्मीर में पुलिस ने अल-कायदा कमांडर जाकिर मूसा से लिंक होने के आरोप में ज़ाकिर मूसा के गाँव से पकड़ा था, बाद में काउंसलिंग करके उसे छोड़ दिया था। सादिया टेलीग्राम पर एक चैनल चलाती थी जो ISIS के ख़िलाफ़ और अल कायदा के समर्थन में था। शुरुआत में सादिया का ISIS की तरफ़ दिलचस्पी थी और वो कश्मीर में ISIS के मुखिया वक़ार से शादी करना चाहती थी। वकार जब इसके लिए राज़ी नहीं हुआ तो वो ISIS के ख़िलाफ़ हो गई। सादिया और हिना लगातार कश्मीर में आतंकी नेटवर्क फैलाने पर बात करते थे।  

जहानजेब ISIS, ISKP और दूसरे आतंकी संगठन के लगातार संपर्क में था और भारत में आईएस मॉड्यूल के लिए भर्ती करता था। उसका मक़सद साफ़ था वो हिन्दुस्तान में इस्लामिक स्टेट के समर्थन में लोगों को तैयार करने में लगा था। 

जहानजेब और उसकी पत्नी हिना बशीर जिस तरीक़े से काम कर रहे थे और देश के अंदर बाहर बड़े आतंकियों से जुड़े थे, उसे देखकर लगता है सीएए के ख़िलाफ़ चल रहे प्रदर्शन में वो कोई बड़ी प्लानिंग कर रहे थे। 

NIA फ़िलहाल इस मामले की जाँच कर रही है और इन दोनों के संपर्क में और कौन थे और कितने लोगों की ISIS के लिए भर्तियाँ इन्होंने की इसकी तफ्तीश चल रही है।

बता दें दिल्ली पुलिस ने जहानजेब सामी और उसकी पत्नी हिना बशीर बेग़  को ISIS से लिंक के आरोप में दिल्ली के जामिया नगर, ओखला विहार  से 8 मार्च को गिरफ्तार किया था।

 

 

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Published May 23rd, 2020 at 16:27 IST

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