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Updated October 21st, 2021 at 11:13 IST

चीन को मिलेगा करारा जवाब; अरुणाचल में LAC के पास भारतीय सेना की आक्रामक ट्रेनिंग, देखिए VIDEO

भारतीय सेना के जवान अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के उबड़-खाबड़ जलवायु परिस्थितियों और इलाकों में आक्रामक प्रशिक्षण, जोरदार अभ्यास और ध्यान से गुजर रहे हैं।

Reported by: Dalchand Kumar
Credit- ANI
Credit- ANI | Image:self
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वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर ड्रैगन के अड़ियल रवैया से भारत-चीन के बीच गतिरोध बरकरार है। विस्तारवादी सोच वाला चीन (China) एलएसी पर बड़ी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती कर रहा है तो ड्रैगन की चालबाजी से वाकिफ भारत भी अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा हुआ है। भारतीय सेना (Indian Army) के जवान अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के जलवायु परिस्थितियों और उबड़-खाबड़ इलाकों में आक्रामक ट्रेनिंग कर रहे हैं। तवांग सेक्टर (Tawang sector) में एलओसी पर भारतीय जवानों को दुश्मनों के निपटने के लिए अभ्यास कराया जा रहा है। 

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भारतीय सेना के जवान अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के उबड़-खाबड़ जलवायु परिस्थितियों और इलाकों में आक्रामक प्रशिक्षण, जोरदार अभ्यास और ध्यान से गुजर रहे हैं। विपरीत परिस्थिति को ध्यान में रखकर भारतीय सैनिकों ने कई ड्रिल्स किए हैं।

भारतीय सेना के जवानों ने तवांग में दुश्मन सेना के टैंकों को नष्ट करने का भी अभ्यास किया। चीनी पक्ष से किसी भी खतरे से निपटने के लिए भारतीय सेना के सैनिकों ने ड्रिल की है। भारतीय सेना के इन अभ्यास का मकसद अगर आने वाले समय में चीन की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देना है।

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भारत-चीन में कई महीनों से टकराव जारी

भारतीय सेना की यह एक्ससाइज ऐसे वक्त में हो रही है, जब दोनों देशों के बीच हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में तनातनी की खबर आई है। हालांकि इस विवाद को स्थापित प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों ने बातचीत के जरिए सुलझा लिया था। उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन के बीच टकराव बना हुआ है। भारत और चीन एलएसी पर पिछले करीब 17 महीनों से सीमा विवाद में उलझे हुए हैं। 13 दौर की बातचीत के बावजूद चीन अपना अड़ियल रुख बरकरार है। ऐसे में भारत भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।

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Published October 21st, 2021 at 11:09 IST

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