Updated November 30th, 2018 at 10:27 IST
आर्मी चीफ बिपिन रावत ने पाक PM को लताड़ा, 'आतंक और बातचीत एक साथ संभव नहीं'
शांति की पहल करने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को भारत के आर्मी चीफ बिपिन रावत ने जमकर खरी खोटी-सुनाई है.
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शांति की पहल करने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को भारत के आर्मी चीफ बिपिन रावत ने जमकर खरी खोटी-सुनाई है. पाक PM को बिपिन रावत ने नसीहत देते हुए आतंकवाद के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा कर दिया है. हाल ही में पाकिस्तानी पीएम ने करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के लिए शिलान्यास किया था. इस दौरान उन्होंने भारत से दोस्ती को लेकर बड़ी-बड़ी बातें बोली थी. जिसके बाद कई लोगों ने इसे ढोंग करार दिया था.
इमरान खान को लताड़ लगाते हुए आर्मी चीफ रावत ने कहा, 'सबसे पहले आप कदम बढ़ाइये... हम कई बार कोशिश कर चुके हैं. पहले आप ग्राउंड लेवल पर काम करिए उसके बाद बोलिए. हमने आतंकवाद के मसले पर आपसे कई बार बात की है. पहले आप इस पर काम करो.'
इसके साथ ही आर्मी चीफ रावत ने इमरान खान पर तीखा हमला करते हुए बोला कि लाजमी है कि जो वो (इमरान खान) कह रहे हैं उसमें काफी अंदरूनी विवाद है. शांति के लिए पहले उन्हें कुछ काम करने दो फिर हम देखेंगे... हमारे देश की ये कड़ी नीति है कि आतंक और बात एक साथ नहीं जा सकती है.'
गौरतलब है कि गुरुवार को शांति की पहल करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जमीन का देश के बाहर आतंकवाद फैलाने के लिए इस्तेमाल होने की इजाजत देना हमारे हित में नहीं है.
पाक PM साफ तौर पर भारत के उस रूख का जिक्र कर रहे थे जिसमें कहा गया था कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते है और पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से आतंकवादियों को मदद उपलब्ध कराना बंद करने के लिए प्रभावी और विश्वसनीय कार्रवाई करनी चाहिए. खान ने इस्लामाबाद में भारतीय पत्रकारों के एक समूह से बातचीत के दौरान कहा था,‘‘देश के बाहर आतंकवाद फैलाने के लिए पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करने की इजाजत देना हमारे हित में नहीं है.’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के लोग भारत के साथ अमन चाहते हैं तथा उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और बात करने में खुशी होगी. बड़ी-बड़ी बातें करते हुए इमरान खान ने कहा था,‘‘यहां के लोगों की मानसिकता बदल चुकी है.’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या कश्मीर मुद्दे का समाधान संभव है तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘कुछ भी असंभव नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार हूं. कश्मीर का हल एक सैन्य समाधान नहीं हो सकता.’’
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Published November 30th, 2018 at 10:20 IST
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