Advertisement

Updated March 24th, 2020 at 14:17 IST

कोरोना को हराना है तो मास्क को किस तरह डिस्पोज करना है यह जानना भी बेहद जरूरी है

डॉक्टर गोयल का कहना है कि देश में जितने भी क्वॉरेंटाइन हाउस चाहे सरकार ने बनाए हो या खुद से जो लोग क्वॉरेंटाइन हाउस में रह रहे हैं

Reported by: Jitender vatsal
| Image:self
Advertisement

देश में कोरोना के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए हर राज्य की सरकार या केंद्र सरकार यह सभी सिविक एजेंसी अपनी अपनी तरफ से कड़े कदम उठा रही हैं लेकिन कोरोना को हराने में सबसे अहम और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आम जनता को निभानी है

हम आपको बताएंगे कि किस तरीके से कोरोना वायरस की चेन को ब्रेक करना है वह कौन-कौन से तरीके हैं जिससे कोरोनावायरस की चेन को ब्रेक किया जाता है


कोरोना वायरस को लेकर लोग जो मास्क यूज करते हैं उसको सही तरीके से डिस्पोज करना भी बेहद आवश्यक है क्योंकि उस मास्क में कोरोना वायरस के  साथ कई और तरह के जानलेवा वायरस हो सकते हैं इसलिए यह बेहद अहम है कि उस यूज किए हुए मास्क को सही तरीके से डिस्पोज करना बेहद जरूरी है

बाजार में कई तरह के मास्क इस वक्त मिल रहे हैं फिर चाहे वह सर्जिकल मास्क हो n 95 या n99 मास्को उन्हें यूज करने के बाद बायोवेस्ट की तर्ज पर नष्ट करना बेहद जरूरी है इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व सचिव रहे डॉक्टर अनिल गोयल का कहना है कि यह बेहद जरूरी है कि जो भी शख्स मास्क यूज कर रहा है यूज करने के बाद उस मास्क को सही तरीके से डिस्पोज करें क्योंकि लोगों में अवेयरनेस की कमी है इसलिए यह जरूरी है कि लोगों में यह अवेयरनेस चलाई जाए की यूज किए हुए मास्क को किस तरह डिस्पोज करना है

डॉक्टर गोयल का कहना है कि देश में जितने भी क्वॉरेंटाइन हाउस चाहे सरकार ने बनाए हो या खुद से जो लोग क्वॉरेंटाइन हाउस में रह रहे हैं उनके द्वारा यूज़ किए गए मास्क और सर्जिकल ग्लव्स को बायो मेडिकल वेस्ट की तर्ज पर डिस्पोज करना बेहद जरूरी है और इसके लिए राज्यों की तमाम सिविक एजेंसी को कदम उठाने चाहिए और क्वॉरेंटाइन हाउस से जो भी चीज मरीज के द्वारा यूज़ की जा रही है फिर चाहे वह मास्क हो ब्लव्स हो या अन्य कोई सामान उसे बायो मेडिकल वेस्ट के तहत उठाया जाना चाहिए साथ ही पीले रंग का एक डब्बा जिसमें मास्क ग्लव्स आप करो बारहवीं करके आया और मास रखे होते हैं उसे वहां होना चाहिए जिससे कि बायो मेडिकल वेस्ट की पहचान हो सके कि उस डिब्बे में क्या है क्योंकि बायोमेडिकल वेस्ट को ज्यादातर जलाया जाता है जिससे कि कोई इंफेक्शन न फैल सके.

अभी फिलहाल जो मास्क लोग यूज कर रहे हैं उस मास्क को वह यूज करके कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं या फिर अपने घर के कूड़ेदान में फेंक देते हैं जबकि ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि कूड़े के ढेर पर सफाई कर्मचारी भी अपना काम करते हैं कूड़े को काटते हैं ऐसे में वहां से इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता है इसलिए यह बेहद जरूरी है कि मास्क को एक अलग डस्टबिन में रखा जाए जिससे कि यह पहचान हो सके कि इस डिब्बे में प्रयोग में लाए हुए मास्क और ग्लव्स हैं


पूरे देश में जिस तरीके से कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है उसको देखते हुए देश की राज्यों की सरकारों ने अलग अलग तरीके के कदम उठाए हैं जिसमें जनता कर्फ्यू लॉक डाउन जैसे कदम भी उठाए जा रहे हैं हालांकि यह बात भी बेहद जरूरी है कि राज्य सरकारें इस ओर भी ध्यान दें की प्रयोग में लाए गए मास्क और लव स्कोर किस तरीके से डिस्पोज करना है और इसको लेकर जनता के बीच अवेयरनेस फैलाना बेहद जरूरी है
 

Advertisement

Published March 24th, 2020 at 14:04 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo