Updated June 25th, 2022 at 19:05 IST
ग्लोबल वार्मिंग-प्रदूषण से जूझती धरती में कैसे 'प्राण' फूंक रहें संदीप चौधरी
ग्लोबल वार्मिंग-प्रदूषण से जूझती धरती में कैसे 'प्राण' फूंक रहें संदीप चौधरी
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Sandeep choudhary : राजस्थान के झुंझुनू जिले के इस लाल ने विश्व को ग्लोबल वार्मिंग जैसे कहर से बचाने का बीड़ा उठाया है। दरअसल साधारण किसान परिवार में जन्मे संदीप चौधरी ने जन्म से ही बड़े सपने देखे थे और जीवन में हर प्रकार की चुनौतियो का सामना करते हुए हमेशा अपने सपनों को पूरा की जी तोड़ कोशिश की है।
बता दें, जब संदीप जयपुर आए तो उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कोशिश की और अपने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव का सामना किया। उन्होंने आईटी क्षेत्र में अपने करियर की कोशिश की, फिर कुछ समय बाद एक इलेक्ट्रिक शोरूम खोला, फिर फिल्म उद्योग और उसके बाद शेयर ट्रेडिंग और अंत में उन्होंने पृथ्वी को बचाने के इस दुनिया के सबसे बड़े मिशन के लिए 50 मिलियन डॉलर की कंपनी अपने फिन-टेक स्टार्टअप बैंक साथी टेक्नोलॉजीज को छोड़ दिया और अब वह 'राष्ट्र के सच्चे पर्यावरण' के लिए काम कर रहे हैं।
वह हाल ही में इन्फ्लेक्टर इंडिया के सह-संस्थापक बने हैं, जो पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं। संदीप चौधरी ने जीवन में कई प्रकार की ऊंच नीच को झेलते हुए अपने लक्ष्य को भेदा साथ ही उनका मिशन मालूमी नहीं है। दरअसल ये अर्जुन के उस लक्ष्य की तरह है जो तेल में देख कर मछली की आंख को अपने बाण से मार कर भेद लिया था। संदीप चौधरी से बात करने पर पता चला की इस विश्व के सबसे बड़े मिशन को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने परिवार की जिम्मेदारी से ऊपर समझा है। उनको कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है। हाल ही में उन्हें हिंदुस्तान के सबसे बड़े अवार्ड सख्सियत अवार्ड से माननीय महामहिम राज्यपाल ओडिशा दवारा नवाजा गया 5 जून को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर ग्लोबल बिज़नेस अवार्ड से दिल्ली में नवाजा गया
एस्ट्रोनॉड्स दवारा पहने जाने वाले स्पेस सूट को नासा के माध्यम से पहली बार रेडिएंट हीट बैरियर विकसित और डिज़ाइन किया गया, इसे 'इन्फ्लेक्टर' कहते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, अत्यधिक ग्लोबल वार्मिंग कारण वर्ष 2040 तक हमारी पृथ्वी नष्ट हो जाएगी इसलिए संदीप चौधरी इस प्रोडक्ट के साथ निकल पड़े है विश्व को इस कहर से बचाने के लिए इस 'चमत्कारी उत्पाद' 'इन्फ्लेक्टर' के जरिए हम अपनी धरती को बचा सकते हैं। जी हां, धरती को बचाने के लिए दुनिया के इस सबसे बड़े आंदोलन में यस फाउंडेशन (Yes Foundation) भी शामिल हुआ।
संदीप चौधरी ने बहुत कम उम्र में अपने देश में अपनी पहचान बना ली है, इन्हें भारत के कई प्रदेशो के मुख्यमंत्रियो द्वारा सम्मानित किया गया है। ये है इंडिया फिल्म को भारत सरकार के सीआईआई निकाय द्वारा 70वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी लिया गया और इसे खूब वाहवाही मिली।
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Published April 13th, 2022 at 19:05 IST
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