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Updated April 1st, 2019 at 16:30 IST

'हिंदू आतंकवाद' मुद्दे पर PM मोदी के बाद अमित शाह ने खोला मोर्चा, बोले- कांग्रेस ने हिंदुओं को 'आतंकवादी' बोलकर दी गाली

दरअसल खुद को धर्मनिरपेक्ष बतानी वाली पार्टी कांग्रेस ने कई मौकों पर 'हिंदू आंतकवाद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके तुष्टिकरण की राजनीति करने की कोशिश की हैं। ​​​​​​​

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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लोकसभा चुनाव से पहले एक फिर 'हिंदू आतंकवाद' का मुद्दा सुर्खियों में हैं। बीजेपी ने इस मुद्दे के जरिए एक बार फिर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर कांग्रेस की खूब खिचाई की। उन्होंने उड़ीसा में  एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि समझौता एक्सप्रेस में हर कोई दफन हुआ था, क्या कोई हिंदू आतंकवादी हो सकता है। बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि हिंदू कभी लोगों को नहीं मारते और आप हिंदुओं को हिंदू आतंकवादी बोलकर गाली दे रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभालते हुए महाराष्ट्र के वर्धा से कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वो वोटबैंक की राजनीति के लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं। दरअसल खुद को धर्मनिरपेक्ष बतानी वाली पार्टी कांग्रेस ने कई मौकों पर 'हिंदू आंतकवाद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके तुष्टिकरण की राजनीति करने की कोशिश की हैं। 

कांग्रेस नेताओं के बयान

  • 20 जुलाई, 2009 ( राहुल गांधी)
  • अतिवादी हिंदुओं से ख़तरा

  • 20 जनवरी, 2013 (सुशील कुमार शिंदे)
  • हिन्दू आतंकवाद 

  • 21 जून, 2017 (दिग्विजय सिंह)
  • 'संघी आतंकवाद 

  • 25 अगस्त 2010 पी चिदंबरम 
  • भगवा आतंकवाद 

  • शशि थरूर (11 जुलाई 2018)
  • हिन्दू पाकिस्तान 

लेकिन अब आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए सिरदर्द नया सिरदर्द साबित हो सकते हैं। बीजेपी ने सोमवार को साफ कर दिया कि वो आने वाले चुनावों में इस मुद्दे को जोरोशोरों से उठाने वाली है। प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि  वोट-बैंक की पॉलिटिक्स के लिए एनसीपी हो या कांग्रेस, किसी भी हद तक जा सकती हैं। इस देश के करोड़ों लोगों पर हिंदू आंतकवाद का दाग लगाने का प्रयास कांग्रेस ने ही किया है। आप मुझे बताइये जब आपने हिन्दू आतंकवाद शब्द सुना तो आपको गहरी चोट पहुंची थी की नहीं। हिंदू कभी आतंकवादी घटना करे, ऐसी एक भी घटना है क्या? अग्रेंज इतिहासकारों ने भी कभी इस बात का जिक्र नहीं किया कि हिंदू हिंसक हो सकता है । 

बता दें, समझौता धमाका, मालेगांव धमाका जैसी कई केसों में कथित 'भगवा आतंकवाद' सुर्खियों में आया था। आरोप था कि कुछ हिंदू संगठन अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए उनके धार्मिक स्थलों पर आतंकवादी हमला कर रहे हैं। हालांकि कोर्ट में अभी तक सीधे तौर पर ऐसा कुछ साबित नही हो पाया है।

'हिंदू आतंकवाद' का आरोप-

- 2006
 मालेगांव बम धमाका


- 2007
  अजमेर बम ब्लास्ट


- 2007
  मक्का मस्जिद बम धमाका


- 2007
  समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट


- 2008
  मालेगांव ब्लास्ट

 

 

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Published April 1st, 2019 at 16:25 IST

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