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Updated August 4th, 2019 at 17:10 IST

बाबा रामदेव का बड़ा बयान, कहा - 'कश्मीर हमारा था, हमारा रहेगा, बस कुछ दिन इंतजार कीजिए'

जम्मू कश्मीर में आतंकी साजिश के खुलासे और सरकार की अडवायजरी के बाद माहौल गर्म है।

Reported by: Neeraj Chouhan
Yoga guru Baba Ramdev (File | PTI)
Yoga guru Baba Ramdev (File | PTI) | Image:self
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जम्मू कश्मीर में आतंकी साजिश के खुलासे और सरकार की अडवायजरी के बाद माहौल गर्म है। घाटी में 28 हजार सैनिकों की तैनाती के बाद सियासतदान परेशान हैं, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत घाटी के तमाम नेता 35 ए को हटाने के बहाने कश्मीरी लोगों को डराने में लगे हुए हैं। जबकि राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपील कर चुके हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और कोई चिंता की बात नहीं है।

इसी बीच बाबा रामदेव का एक महत्वपूर्ण बयान सामने आया, जहां उन्होंने कश्मीर मुद्दे में कदूते हुए कहा कि आजादी के बाद जिसका प्रतिक्षा था वो अब होने वाला है। एक देश, एक झंडा, एक कानून। अब धारा 370 सामाप्त हो। मोदी जी नेतृत्व में यह होगा।

रामदेव ने आगे कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि कश्मीर हमारा था हमारा रहेगा। भारत को गाली देने वाले, भारत के सीने पर आक्रामण करने वाले अब वो जिंदा नहीं बचेंगे। 

यह भी पढ़ें - कश्मीर मुद्दे पर अमित शाह ने बुलाई बैठक, डोभाल ने घाटी के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्री को किया ब्रीफ

योग गुरू ने आगे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि पीओके का विलय का काम भी पीएम मोदी और अमित शाह करेंगे।  बता दें, कश्मीर को लेकर लगातार सस्पेंस बना हुआ है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की। समझा जाता है कि उन्होंने जम्मू कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। घंटे भर चली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। 

एक अधिकारी ने बताया कि समझा जाता है कि बैठक में जम्मू कश्मीर के हालात पर चर्चा की गई। पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। राज्य का प्रशासन राष्ट्रपति शासन के तहत है। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने आतंकी खतरे का जिक्र करते हुए वार्षिक अमरनाथ यात्रा बीच में ही रोकने और तीर्थयात्रियों तथा पर्यटकों को कश्मीर घाटी खाली करने का आदेश दिया था। एनआईटी, श्रीनगर में पढ़ रहे दूसरे राज्यों के छात्रों को भी परिसर खाली करने और घर लौटने को कहा गया है। उन्हें अगले आदेश तक नहीं लौटने को कहा गया है। 

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Published August 4th, 2019 at 17:10 IST

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