Advertisement

Updated April 16th, 2020 at 21:25 IST

अपने साढू के घर पर छिपा है मौलाना साद, ED ने भी केस किया दर्ज

मौलाना साद को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भी भेजा गया है लेकिन अभी तक मौलाना ने दिल्ली पुलिस से सम्पर्क नहीं साधा है।

| Image:self
Advertisement

हजारों लोगों की जान दांव पर लगाने वाले मौलाना मोहम्मद साद कांधलवी का आखिरकार पता चल गया है। रिपब्लिक भारत ने सबसे पहले निजामुद्दीन मरकज में कोरोना वायरस की फैक्टरी चलाने वाले साद को ढूंढ निकाला है। काफी दिनों से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मौलाना को ढूंढ रही थी लेकिन आज  रिपब्लिक भारत ने इस क़ातिल धर्मगुरु का पता ढूंढ निकाला है। मौलाना साद दिल्ली के वेस्ट जाकिर नगर में अपने साढू के यहां छिपा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अबू बकर मस्जिद के पास उस मौलाना साद का ठिकाना है। 


वहीं दूसरी तरह रिपब्लिक भारत की खबर के बाद ईडी ने मौलाना साद के खिलाफ मनीलांडरिंग और हवाला फ़ंडिंग का मामला दर्ज कर लिया है। यानी की साद की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है और गिरफ़्तारी और पोल खुलने की डर से वो पुलिस से छिप कर बैठा हुआ है। 


क्राइम ब्रांच को मिले सबूत के अनुसार तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद का हवाला कनेक्शन भी है। हवाला फंडिंग और मनी लौंडरिंग के ज़रिए साद ने मरकज़ में देश विदेश के जमातियों की भीड़ जुटाई थी। मरकज़ में हवाला फंडिंग को लेकर क्राइम ब्रांच ने 100 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ की है। इस साल मार्च में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से पहले मरकज़ और उस से जुड़े लोगों के बैंक अकाउंट में मोटी रक़म जमा कराई गई। कई बार ऐसा होने पर सम्बंधित बैंक ने इस पर ऐतराज भी जताया था। 


आपको बता दें कि मौलाना साद जहां छिपा हैं वो पूरा इलाका पुलिस ने कोरोना हॉटस्पॉट की वजह से सील करा हुआ है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या दिल्ली पुलिस वहाँ जाकर साद को गिरफ़्तार करने की हिम्मत दिखाएगी। मौलाना साद की तलाश में दिल्ली पुलिस अबतक निजामुद्दीन वेस्ट, ज़ाकिर नगर, ओखला, पुरानी दिल्ली के साथ शामली और सहारनपुर में छापे मार चुकी है लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। 

पुलिस ने साद को दो बार नोटिस भी भेजा। पहले नोटिस का साद ने खुद को क्वारंटाइन बताकर टालमटोल जवाब दिया तो दूसरे नोटिस के सवालों का कोई जवाब ही नहीं दिया। सूत्रों की माने तो क्राइम ब्रांच ने मोहम्मद साद के खिलाफ कई अहम सबूत जुटा लिए हैं। सवालों की एक लंबी लिस्ट भी तैयार कर ली है। 

मौलाना साद को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भी भेजा गया है लेकिन अभी तक मौलाना ने दिल्ली पुलिस से सम्पर्क नहीं साधा है। सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच मौलाना सहित ख़ास 18 लोगों को चिन्हित कर चुकी है और अब उनसे पूछताछ करना चाहती है जो मरकज़ की गतिविधियों में जुड़े थे या फिर मौलाना साद के करीबी सहयोगी थे। इन सभी को नोटिस भेजा गया, इनमें से 11 जमाती ने खुद को होम क्वारंटाइन बताया है। 


दिल्ली पुलिस की मरकज़ की FIR में धारा 304 यानी कि ग़ैर इरादतन हत्या और धारा 308 यानी कि ऐसी गतिविधि में शामिल होना जो किसी की मौत की वजह बने, इन दोनों धराओं को भी जोड़ दिया है। इसके अलावा 1900 विदेशी जमातियों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। ये वीज़ा नियमों के खिलाफ धार्मिक गतिविधियों में शामिल हुए थे। 

1500 जमातियों को दिल्ली पुलिस पकड़ चुकी है। जिनमें से 400 से ऊपर विदेशी है जो दिल्ली के चांदनी महल, हौज़रानी, तुर्कमान गेट, चाँदनी चौक, वज़ीराबाद, शास्त्री पार्क, मालवीय नगर की मस्जिदों में छिपे थे या अपने जानकार के घर में रह रहे थे। अभी तक दिल्ली में कोरोना के जितने भी  पॉज़िटिव मामले सामने आए हैं इनमें से क़रीब 70 फीसदी लोग मरकज़ से जुड़े हुए है।

Advertisement

Published April 16th, 2020 at 21:25 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

22 घंटे पहलेे
1 दिन पहलेे
1 दिन पहलेे
2 दिन पहलेे
3 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo