Updated December 6th, 2021 at 11:34 IST
विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत-रूस 2+2 वार्ता से पहले नई दिल्ली में रूसी समकक्ष से की मुलाकात
विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस-भारत शिखर सम्मेलन से पहले द्विपक्षीय बैठक की है।
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विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने सोमवार को अपने रूसी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए सोमवार को भारत आने के लिए तैयार हैं। दोनों नेता 2019 के बाद पहली बार बैठक करेंगे। बड़े भू-राजनीतिक महत्व के अलावा, बैठक में दोनों पक्ष व्यापार और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों से संबंधित कई अंतर-सरकारी समझौतों पर भी हस्ताक्षर करेंगे।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने नई दिल्ली में मुलाकात की:
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बता दें, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर को भारत पहुंचने वाले हैं। उनकी यात्रा से पहले राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने मॉस्को और दिल्ली विभिन्न क्षेत्रों में 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच चर्चा के बाद, उशाकोव ने कहा, "लगभग 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो काफी महत्वपूर्ण हैं और कुछ सेमी-कांफिडेंशियल है। उनपर अभी काम जारी है। हमें विश्वास है कि यात्रा के दौरान समझौतों के पैकेज पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।"
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा
पुतिन वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन के 21वें संस्करण में भाग लेने के लिए 6 दिसंबर को नई दिल्ली पहुंचेंगे। ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के हाशिये पर नवंबर 2019 के सम्मेलन के बाद से राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच यह पहली आमने-सामने की बातचीत होगी। दिन की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ-साथ रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के बीच बैठक से होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि अधिकारी मौजूदा स्थिति और द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं की समीक्षा करके दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को गहरा करने के उपायों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक के समापन पर एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा जो उन वार्ताओं, समझौतों और प्रतिबद्धताओं का प्रतिनिधित्व करेगा जो सम्मेलन के दौरान और पूर्व संध्या पर होगी।
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Published December 6th, 2021 at 11:34 IST
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