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Updated October 23rd, 2018 at 20:50 IST

देवेंद्र फडणवीस का ऐलान, महाराष्ट्र के 180 तहसील पर अकाल जैसे हालात

महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक के बाद देवेंद्र फडणीस ने पत्रकारों से कहा कि, राज्य में कुल 353 तहसील हैं जिनमें 180 तहसील में हालत चिंताजनक हैं।

Reported by: Dinesh Mourya
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महाराष्ट्र पर सूखे के बादल मंडरा रहें हैं। इस साल राज्य में औसत से भी कम बारिश हुई हैं जिसकी वजह से राज्य के कई हिस्सों में पानी का गहरा संकट पैदा हो गया हैं। जो इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं उनमें मराठवाडा, विदर्भ और उत्तर महाराष्ट्र के कुछ तहसील है. पिछले महीने पानी आपूर्ति और स्वच्छता विभाग ने राज्य की मौजूदा पानी की हालात का सर्वे कर एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। इसी रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने ऐलान किया हैं की राज्य के 180 तहसीलों में अकाल जैसे हालात हैं । 

महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक के बाद देवेंद्र फडणीस ने पत्रकारों से कहा कि, राज्य में कुल 353 तहसील हैं जिनमें 180 तहसील में हालत चिंताजनक हैं। जिन तहसीलों में अकाल जैसे हालात हैं उनका चुनाव वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर किया गया हैं और बहुत जल्द इन तहसीलों को सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

सीएम फडणवीस ने बताया की, प्रभावित तहसीलों में भू राजस्व में छूट दी जाएगी, स्कूल फीस में सहूलियत, बिजली बिल में राहत , पानी के टैंकर मुहैया कराने सहित कई अन्य सुविधायें दी जाएगी। इसका अलावा केंद्र सरकार की एक टीम बहुत जल्द इन इलाकों का जायज़ा लेने आयेगी ताकि केंद्र सरकार की तरफ से मदद मुहैया करायी जा सकें। 

भले ही देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में अकाल जैसे हालात का ऐलान कर दिया हो लेकिन विपक्ष दल इसे खुश नहीं हैं। महाराष्ट्र की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने ऐलान किया हैं की, वो आगामी 24 अक्टूबर से जन आक्रोश रैली के तीसरे चरण की शुरुआत करेंगें और इस दौरान उनके नेता मराठवाडा के सुखा प्रभावित इलाकों में जायेंगे और लोगों की समस्या को सुनेंगें।

इसके साथ ही, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने आरोप लगाया हैं की, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का फ्लैगशीप प्रोजेक्ट जलयुक्त शिवर योजना अब तक का सबसे बडा भ्रष्ट प्रोजेक्ट हैं जिसमें करोडों का भ्रष्टाचार हुआ चव्हाण के मुताबिक, लोगों के लिये योजनाओं पर खर्च करने के बजाय अपनी पब्लिसीटी पर सरकार ने करोडों रुपये पानी की तरह खर्च कर दिए। करोडों रुपये खर्च किये गए बावजूद इसके जमीन में पानी का जलस्तर बढ़ा नहीं ऐसे में सवाल उठता हैं की आखिर पैसे कहां गए ? 

कांग्रेस के साथ साथ शिवसेना ने भी फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा हैं की, पानी की कमी की वजह से आम लोगों के साथ साथ किसान भी परेशान हैं ऐसे में सरकार आखिर किस का इंजतार कर रही हैं, सरकार को अकाल जैसे हालात के बजाय अकाल का ऐलान कर जल्द से जल्द लोगों को मदद मुहैया करानी चाहिए।

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Published October 23rd, 2018 at 20:50 IST

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