Updated May 8th, 2021 at 17:21 IST
DRDO को मिली कामयाबी: अब 2-DG दवा से होगा कोरोना का इलाज, DCGI ने इमरजेंसी इस्तेमाल की दी मंजूरी
DRDO ने एक ऐसा दवा बना ली है जो कोरोना को मरीज़ों के बेहद काम आएगी। इस दवा को अभी 2-DG यानि 2-deoxy-D-glucose नाम दिया गया है।
Advertisement
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच एक अच्छी खबर आई है। DRDO के वैज्ञानिकों ने कमाल करते हुए कोरोना से राहत देने वाली एक दवा बना ली है और इस दवा के इस्तेमाल की मंज़ूरी भी मिल गई है। ये दवा ऐसी कि पानी में डालो और घोलकर पी जाएं आपको बताते हैं कि इस दवा से कैसे राहत मिलेगी।
दरअसल कोरोना के मामले इतनी तेज़ी से बढ़ रहे हैं, कि इससे निपटने की हर तैयारी छोटी बढ़ती जा रही है। लेकिन इस बीच बढ़ते कोरोना मामलों के बीच एक थोड़ी राहत भरी खबर आई है। भारत में कोरोना के मरीज़ों को देने वाली एक और दवा का मंजूरी मिल गई है। ये दवा प्रयोग में बेहद आसान होगी। और इस भारत में ही बनाया गया है।
DRDO ने एक ऐसा दवा बना ली है जो कोरोना को मरीज़ों के बेहद काम आएगी। इस दवा को अभी 2-DG यानि 2-deoxy-D-glucose नाम दिया गया है। इसके निर्माण की जिम्मेदार हैदराबाद की डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज को दी गई है। ये दवा डीआरडीओ के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलायड साइंसेस (INMAS) और हैदराबाद के सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) ने साथ मिलकर की है।
दवा के क्लीनिकल ट्रायल्स सफल साबित हुए हैं। बताया जा रहा है कि जिन लोगों पर इनका इस्तेमाल हुआ उनकी सेहत में काफ़ी सुधार देखे गये। मरीज़ों की ऑक्सीजन पर निर्भर्ता भी कम देखी गई। दावा तो ये भी किया जा रही है कि जिन लोगों ने ये दवा ली उनकी कोरोना रिपोर्ट भी जल्दी निगेटिव हो रही है।
इस दवा के इस्तेमाल का तरीका भी बेहद आसान है। ये दवा एक यानि जैसे ग्लूकोज को पानी में घोलकर पिया जाता है और वो फौरन एनर्जी देता है। कुछ उसी तरह ये दवा पाउडर जैसी होती। इसे पानी में मिलाकर पीने से कोरोना पीड़ितों को राहत मिलती है। अब आपको बताते हैं कि दवा कैसे काम करती है।
- ये दवा संक्रमित कोशिकाओं में जमा हो जाती है
- ये वायरल सिंथेसिस और एनर्जी बढ़ाकर कर वायरस को बढ़ने से रोकती है
- इस दवा की खास बात ये है कि ये वायरस से संक्रमित कोशिकाओं की पहचान करती है
ये दवा बहुत कारगर साबित हो सकती है, क्योंकि देश भर में मरीज़ों की संख्या बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। दवाओं की कमी हो रही है। मरीज़ों को ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ती है।
Advertisement
Published May 8th, 2021 at 17:17 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।