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Updated May 26th, 2020 at 17:27 IST

मौलाना साद की बढ़ी मुश्किलें, जमातियों के खिलाफ 14 हज़ार पेज़ की चार्जशीट दाखिल

20 देशों के 82 विदेशियों के खिलाफ 14 हज़ार पेज़ की चार्जशीट दाखिल की है।

| Image:self
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मरकज़ प्रशासन और मौलाना साद  के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने और तेज़ी से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली हाईकोर्ट में मरकज़ और मौलाना साद के ख़िलाफ़ चल रही जांच पर स्टेटस रिपोर्ट फाइल कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक़ तबलीगी जमात के मरकज़ मामले में मरकज़ प्रशासन और मौलाना साद की बड़ी लापरवाही पाई गई है। 

दिल्ली पुलिस ने शुरुआत में ही इस मसले पर लिखित नोटिस भेजा गया था साद और मरकज़ मैनेजमेंट को, लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। दिल्ली पुलिस को मरकज़ के मुखिया मौलाना साद का एक ऑडीओ संदेश भी मिला जो व्हाट्सएप पर 21 मार्च को फैल रहा था जिसमें लॉकडॉउन को ना मानने की बात कही गई है। 

1300 जमाती अलग अलग राज्य और विदेश से मरकज़ में रह रहे थे बिना सोशल डिस्टेंस का पालन किए हुए, ना ही उन्होंने फ़ेस मास्क लगाया था और ना ही सैनिटाइज़र की व्यवस्था थी। 

जांच में पाया गया कि मौलाना साद ने इतनी संख्या में जमातियों को मरकज़ में रुकने की इजाज़त दी थी। वो भी उस समय जब दिल्ली सरकार ने पचास से ज़्यादा लोगों के एकसाथ जुटने पर रोक लगा रखी थी l


31 मार्च को निज़ामुद्दीन पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गयी । महामारी एक्ट की धारा 51/58 और डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 188/269/270/271/120B के तहत मुक़दमा दर्ज हुआ। इसके बाद जब क्राइम ब्रांच ने इसकी जांच शुरू की तो आईपीसी की धारा 308/304 और फ़ॉरेनर्स ऐक्ट की धारा 14(b) भी जोड़ दी गई। 

बड़ी संख्या में विदेशी जमाती ने मरकज़ के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस केस  मे 900 से ज़्यादा जमाती जांच में हिस्सा ले चुके है। जांच में पाया गया ये सब विदेशी टुरिस्ट वीज़ा पर आए थे। जो वीज़ा नियम का उल्लंघन कर धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा ले रहे थे। जांच में ये बात भी सामने आयी की इन विदेशी ज़मती के विजा फार्म में मरकज़ निजामुद्दीन का पता लिखा हुआ था, यानि ये सोची समझी और पहले से तय प्लानिंग का हिस्सा था।  2 अप्रेल को गृह मंत्रालय ने 960 जमाती का वीज़ा रद्द कर उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया। साथ ही में सभी राज्य के डीजीपी और  दिल्ली पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए कि इनको चिन्हित कर इनके ख़िलाफ़ तुरंत कार्रवाई की जाए। 

723 विदेशी और 23 नेपाली आरोपी जमाती के पासपोर्ट और आई कार्ड ज़ब्त कर लिए है। बाक़ी जमाती पासपोर्ट नहीं दे रहे है जल्दी ही उनके पासपोर्ट ज़ब्त किए जाएंगे।फ़िलहाल इन में से किसी भी जमाती को ना ही गिरफ्तार किया गया है और ना ही हिरासत में लिया गया है। 

इस  मामले में क्राइम ब्रांच ने साकेत कोर्ट में भी पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है। 20 देशों के 82 विदेशियों के खिलाफ 14 हज़ार पेज़ की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें भी मौलाना साद और मरकज़ की लापरवाही की बात करते हुए तबलीगी जमात और मरकज़ निज़ामुद्दीन को कोरोना फैलाने के लिए ज़िम्मेदार बताया गया है। 

अपेडेमिक डिज़ीज़ एक्ट, डिज़ास्टर मैनेजमेंट और फ़ॉरेनर्स एक्ट की अलग अलग धाराओं  के तहत चार्जशीट साकेत कोर्ट में दाखिल की गई है। 943 विदेशी जमातियों से पूछताछ हुई है और जल्दी ही सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होगी।

साकेत कोर्ट में बीस देश के जमातियों के लिए अलग अलग चार्जशीट दाखिल हुई है। अफगानिस्तान, ब्राजील, चीन, अमेरिका, यूक्रेन, ऑस्ट्रेलिया, मिस्त्र, रूस, अल्गेरिया, बेल्जियम, सऊदी अरब, जॉर्डन, यूनाइटेड किंगडम, फिजी, सूडान, फ्रांस, कजाकिस्तान, मोरक्को, ट्यूनेशिया, फिलीपिंस के नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। साकेत कोर्ट 12 जून को इन चार्जशीट पर संज्ञान लेकर सुनवाई करेगा।

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Published May 26th, 2020 at 17:27 IST

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