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Updated April 13th, 2021 at 13:39 IST

कोरोना: DCGI ने रूसी वैक्सीन Sputnik V के आपातकाल इस्तेमाल को दी मंजूरी

ग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने अब COVID -19 वायरस के खिलाफ रूस के स्पुतनिक वी वैक्सीन के उपयोग को भी मंजूरी दे दी है। 

Reported by: Ritesh Mishra
| Image:self
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कोरोना संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर मिली है। कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने सोमवार को रूसी कोरोना वैक्सीन Sputnik V के सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मजूरी के लिए  सिफारिश की थी, जिसके बाद आज ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने अब COVID -19 वायरस के खिलाफ रूस के स्पुतनिक वी वैक्सीन के उपयोग को भी मंजूरी दे दी है। 

स्पूतनिक वी वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले, डीसीजीआई ने कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन, और कोविशील्ड के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। इन दोनों वैक्सीनों के इस्तेमाल की मंजूरी जनवरी 2021 में मिली थी। बता दें कि, कोवैक्सीन का निर्माण भारत बॉयोटेक ने किया है। वहीं कोविशील्ड का निर्माण ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मिलकर किया है। 

दवा निर्माता डॉ रेड्डी की लेबोरेट्रीज ने रूसी टीका के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण की मांग की थी। इससे पहले सितंबर 2020 में कंपनी ने स्पुतनिक वी वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण और भारत में इसके वितरण के लिए रशियन डायरेक्ट इनवेस्ट फेंड (RDIF) के साथ साझेदारी की थी।

RDIF ने एक बयान में कहा, "रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF, रूसी संप्रभु धन कोष) ने घोषणा की है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने देश में कोरोना वायरस के खिलाफ रूसी स्पुतनिक वी वैक्सीन के उपयोग को मंजूरी दी है।"

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कंपनी के अनुसार, भारत में स्थानीय क्लीनिकल ट्रायल के सकारात्मक आंकड़ों के साथ-साथ रूस में हुए क्लीनकल ट्रायल के परिणामों के आधार पर आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रक्रिया के तहत वैक्सीन भारत में पंजीकृत किया गया है।

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बता दें कि स्पुतनिक वी ने तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के अंतरिम विश्लेषण में 91.6 प्रतिशत प्रभावकारी पाई गई। रूस में ट्रायल 19,866 लोगों पर किया गया था। इस वैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखा जा सकता है। 

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Published April 13th, 2021 at 13:39 IST

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