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Updated November 27th, 2020 at 17:04 IST

केंद्र ने किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन करने की दी अनुमति

केंद्र ने शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए, हजारों किसानों को दिल्ली में प्रवेश करके कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दे दी है।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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केंद्र ने शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए, हजारों किसानों को दिल्ली में प्रवेश करके कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दे दी है। बता दें कि बीते तीन दिनों से किसानों और पुलिस के बीच झड़पे देखी गई जब वह पंजाब और हरियाणा सीमा से दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान, उनके ऊपर वाटर कैनन और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया गया। 

पंजाब किसान संगठनों ने किया दावा

नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब के किसान संगठनों ने शुक्रवार को दावा कि केंद्र सरकार ने उन्हें दिल्ली में दाखिल होने और बुराड़ी मैदान में प्रदर्शन करने की मंजूरी दी है।

क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा, “हमें दिल्ली में प्रवेश की इजाजत दी गई है।” उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें दिल्ली के बुराड़ी में एक स्थान पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी।

भारतीय किसान यूनियन (राजेवल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान बुराड़ी की ओर निकल गए हैं। इससे पहले, किसानों ने रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने वहां प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

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केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताने दिल्ली के लिए निकले पंजाब और हरियाणा के किसान रास्ते में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के बावजूद शुक्रवार सुबह दिल्ली के दो 'बॉर्डर' पर पहुंच गए थे।

गौरतलब है कि किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ‘नए कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म हो जाएगी’। केंद्र ने पंजाब के कई किसान संगठनों को तीन दिसम्बर को दिल्ली में वार्ता के लिए बुलाया है।

‘केंद्र हमेशा बात करने के लिए तैयार’: खट्टर 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को आंदोलन कर रहे किसानों को आश्वासन दिया कि ‘केंद्र सरकार उनसे बातचीत के लिए हमेशा तैयार है और बातचीत के जरिये ही कोई समाधान निकल सकता है।’

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- “केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें।”

खट्टर ने आगे किसानों से कहा कि ‘समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन जरिया नहीं है और इसका हल बातचीत से ही निकलेगा।’

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Published November 27th, 2020 at 16:57 IST

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