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Updated December 5th, 2021 at 13:27 IST

केंद्र ने अफगान शरणार्थियों की शिक्षा के लिए उठाए कदम, अफगानिस्तानी राजदूत ने विदेश मंत्रालय का जताया आभार

भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने अफगान स्कूल में जरूरी सहायता प्रदान करने के लिए विदेश मंत्रालय (MEA) का आभार जताया है।

Reported by: Nisha Bharti
| Image:self
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भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने शनिवार को दिल्ली में एकमात्र अफगान स्कूल खोलने और उनमें जरूरी सहायता प्रदान करने के लिए विदेश मंत्रालय (MEA) का आभार जताया है। बता दें कि दिल्ली के भोगल में सैयद जमालुद्दीन अफगान स्कूल में 400 छात्र हैं जिन्हें 'भारत सरकार द्वारा सुविधाएं दी जा रही है।

हालांकि कथित तौर पर स्कूल पैसों कमी जैसी परिस्थियों का सामना कर रहा था। इस कारण अफगान शरणार्थियों के लिए फंड के पैसे भी कम पड़ रहे थे। हालांकि, अब इन सभी समस्याओं को दूर कर दिया गया है। 

स्कूल में कक्षाओं में भाग लेने वाली छात्राओं की तस्वीरों के साथ 'थैंक यू इंडिया' लिखते हुए फरीद ममुंडज़े ने ट्वीट किया है। 

भारत में अफगानिस्तान के राजदूत ने कहा, "इस स्कूल की निरंतरता निश्चित रूप से उस नींव को बनाने में मदद करेगी जिसपर कई अफगान युवा अपने और अफगानिस्तान के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे।"

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बहरहाल, पिछले महीने अफगानिस्तान के घोर प्रांत में फिरोजकोह परिषद द्वारा व्यापक प्रयासों के बाद लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी गई थी। महीनों के इनकार के बाद पश्चिमी प्रांत की राजधानी फिरोजकोह में कक्षा 7 से 12 तक की छात्राओं को उनके स्कूलों में जाने की अनुमति दी गई थी। परिषद के प्रमुख, सुल्तान अहमद ने कहा, 'हम एक समझौते पर पहुंचे कि राजधानी और घोर के सभी जिलों में लड़कियों के लिए हाई स्कूल फिर से खोले जाने चाहिए'।

हालांकि, यह घोर प्रांत तक ही सीमित था। जबकि कंधार प्रांत में लड़कियों को पहले से ही शिक्षा के और कई विकल्प मिल गए थे। एक अफगानी भाई-बहनों ने स्कूल बंद रहने के बीच अपने घर के एक कमरे में पेंटिंग और ड्राइंग सेंटर शुरू कर दिया था। एक अन्य 12वीं कक्षा की छात्रा मरियम ने अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी नहीं कर पाने के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की। एक अफगान समाचार संगठन को उसने बताया, 'दो महीने से अधिक समय हो गया है, हम शिक्षा से वंचित हैं और मुझे लगता है कि जिन लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है, वे भी कुछ ऐसा ही महसूस हो कर रहे होंगे।

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Published December 5th, 2021 at 13:22 IST

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