Updated February 25th, 2021 at 14:37 IST
LoC पर संघर्षविराम समझौते का होगा सख्ती से पालन, भारत-पाकिस्तान के DGMO में हुई बात
भारत और पाकिस्तान ने गुरुवार को दोनों देशों के DGMO द्वारा हॉटलाइन संपर्क और सीमा स्थिति पर चर्चा करने के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया है।
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भारत और पाकिस्तान ने गुरुवार को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) द्वारा हॉटलाइन संपर्क और सीमा स्थिति पर चर्चा करने के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया है। इस संयुक्त बयान के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के DGMO ने नियंत्रण रेखा (LoC) की स्थिति की समीक्षा की और दोहराया कि ‘किसी भी अप्रत्याशित स्थिति को हल करने के लिए मौजूदा हॉटलाइन संपर्क और सीमा पर फ्लैग मीटिंग का इस्तेमाल किया जाना चाहिए’।
बता दें कि दोनों देशों के DGMO के बीच ये बैठक, एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन के समय हुई है जिसमें नागरिकों और भारतीय सेना के सैनिकों पर पाक अकारण गोलीबारी कर रहा है।
संयुक्त बयान के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के DGMO उन प्रमुख मुद्दों और चिंताओं पर ध्यान देने के लिए सहमत हुए जो ‘शांति और सद्भाव को बाधित करते हैं’। दोनों पक्षों ने ‘नियंत्रण रेखा और अन्य क्षेत्रों में संघर्ष विराम समझौते और सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने पर सहमति जताई है’। बुधवार आधी रात से संघर्ष विराम समझौता अमल में आया है।
LoC पर एक्सपोज हुए पाक के 5 आतंकी लॉन्चपैड
संयुक्त बयान से कुछ ही मिनट पहले, रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क ने LoC के पास पाकिस्तान के पांच आतंकी लॉन्चपैड की लोकेशन एक्सेस की। पड़ोसी देश के ये लॉन्चपैड LoC से करीब 12 मिनट की दूरी पर हैं और ये आतंकी संगठन अल-बद्र के हैं। यह एक बार फिर जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग करने के लिए आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसाने की पाकिस्तान की रणनीति को उजागर करता है।
पहला पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के समहनी शहर में स्थित है, जो नियंत्रण रेखा से सड़क के माध्यम से 12 मिनट की दूरी पर है। दूसरा पीओके के खाई गाला शहर में बरोह में स्थित है। यह एलओसी से 1.22 घंटे (लगभग) की दूरी पर स्थित है। तीसरा चौकी में और चौथा भागसर में है, दोनों एलओसी से 7 किमी से कम की दूरी पर स्थित हैं। पांचवां और सबसे बड़ा आतंकी लॉन्चपैड टंडर में है।
सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में सीमा पार से संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में कमी आई है क्योंकि पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की 'ग्रे सूची' से बाहर निकलना चाहता है। हालांकि, फिर भी पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास नागरिक क्षेत्रों में बंकरों का निर्माण शुरू कर दिया है।
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Published February 25th, 2021 at 14:28 IST
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