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Updated October 6th, 2018 at 10:06 IST

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड : CBI ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया

अदालत ने जांच एजेंसी को कुछ कंकालों के अवशेष फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की भी मंजूरी दे दी. ये अवशेष इस हफ्ते की शुरूआत में यहां एक श्मशानघाट में की गयी खुदाई में मिले थे.

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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सीबीआई ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर शुक्रवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उसे अदालत में पेश किया. अदालत ने आरोपी को चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया.

मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के पूर्व कर्मचारी गौरव कुमार उर्फ मोटू को यहां गिरफ्तार करने के बाद शहर की विशेष पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अदालत में पेश किया गया.

विशेष पॉक्सो न्यायाधीश आर पी तिवारी ने मोटू को चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया। इसके साथ मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

अदालत ने जांच एजेंसी को कुछ कंकालों के अवशेष फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की भी मंजूरी दे दी. ये अवशेष इस हफ्ते की शुरूआत में यहां एक श्मशानघाट में की गयी खुदाई में मिले थे.

इसके बाद सीबाईआई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में बताया कि जांच के दौरान शेल्टर होमसे मिला कंकाल किसी 15 साल की बच्ची का लग रहा है. ऐसे में आंशका है कि शेल्टर होम से गायब हुईं बच्चियों की इस हत्या कर दी गई हो.

इस बीच जांच पूरी होने के लिए सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से और वक्त मांगा है. एजेंसी ने जस्टिस मदन बी लोकुर की बेंच को बताया कि आश्रय गृह में खुदाई के दौरान कंकाल मिला था. इससे यह संकेत मिलता है कि आरोपियों ने एस लड़की को मारकर उसका शव यहीं गाड़ दिया होगा. कोर्ट ने बताया गया कि शेष हड्डियों को फरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है और आश्रय गृह से गायब हुईं लड़कियों को खोजने के लिए आगे की जांच जरूरी है. 

CBI ने शेल्टर होम में रहने वाली बच्चियों की नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड न्यूरो साइंसेस के एक्सपर्ट से बातचीत के लिए कोर्ट से एक हफ्ते का और समय मांगा है.  हालांकि कोर्ट का कहना है कि सीबीआई जांच के साथ-साथ लड़कियों की काउंसलिंग कराई जा सकती है.  केस की अगली सुनवाई 8 अक्टूबर को होगी . 

वहीं सुप्रीम कोर्ट की नोटिस पर न्यूज ब्रॉकास्टिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी ने बेंच के सामने पेश होकर कहा कि यहां इस मुद्दे परडिल के लिए कई सारे गाइडलाइन हैं. जिन्हें अथॉरिटी लागू कर रही है.  
 

( इनपुट भाषा से भी )

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Published October 6th, 2018 at 10:06 IST

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