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Updated May 1st, 2020 at 21:39 IST

बीजेपी नेता अश्वनी शर्मा बोले, पंजाब की जनता तक केंद्र सरकार की राहत सामग्री तुरंत पहुंचाए कांग्रेस सरकार

पंजाब के भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता के साथ मिलकर एक दिन का उपवास रखा है।

Reported by: Amit Bhardwaj
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के आह्वान पर पूरे प्रदेश के जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आम जनता ने पंजाब की कांग्रेस सरकार तथा कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना' के तहत गरीब जरुरतमंदो को उनके हिस्से का अनाज न मिलने के विरोध में एक दिन का उपवास रखा। ऐसा पंजाब की कांग्रेस सरकार को नींद से जगाने के लिए किया गया ताकि पंजाब की जनता को मोदी सरकार द्वारा भेजा गया राशन मिल सकें।

इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने भी पठानकोट में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर पर ही बैठ कर कांग्रेस सरकार को नींद से जगाने के लिए एक दिन का उपवास रखकर रोष व्यक्त किया। पूरे राज्य में अमृतसर में राष्ट्रीय सचिव तरुण चुग, राजयसभा सांसद श्वेत मलिक, पूर्व मंत्री अनिल जोशी, जालंधर से मनोरंजन कालिया, फगवाड़ा से केबिनेट मंत्री सोम प्रकाश, होशियारपुर से तीक्षण सूद, विजय संपला, चंडीगढ़ से संगठन मंत्री दिनेश कुमार, सुभाष शर्मा, मलविंदर कंग, लुधियाना से जीवन गुप्ता, परवीन बंसल, फाजिल्का से सुरजीत ज्याणी, आनंदपुर साहिब से मदन मोहन मित्तल के अतिरिक्त सभी विधायको, पार्षदों, पदाधिकारियों व लाखों कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों पर प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के आह्वान पर उपवास रखा। 

अश्वनी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौरान घरों में बंद पंजाब की 1.42 करोड़ जनता के लिए ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत भेजी गयी राशन और दालें हर जरुरतमंदो तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस सरकार को निष्पक्ष सरकारी प्रणाली अपनाते हुए तुरंत व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का ‘कोई परिवार भूखा ना रहे’ का लक्ष्य पूरा हो सके और पंजाब के हर घर में चूला चलता रहे।

अश्वनी शर्मा ने कहा कि कैप्टन की सरकार राजनीतिक कारणों से काटे गए 30% राशन कार्डो को बहाल करें और सर्वे करवा कर इस बात की चिंता करें कि गरीब व्यक्ति तक केंद्र सरकार की सुविधा का लाभ मिल रहा है या नहीं। शर्मा ने कहाँ कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए पहले ही पंजाब सरकार को 1700 करोड़ रूपये दिए है, जिसमे 247.5 करोड़ डिजास्टर फंड के लिए, 112 करोड़ स्वास्थ्य सुविधाओ के लिए मिले है, लेकिन कैप्टन सरकार ने अभी तक यह सार्वजनिक नहीं किया है कि यह पैसा कहां ख़र्च हुआ। 

शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार कोरोना पर काबू पाने में अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने के लिए पंजाब के लोगों को केंद्र सरकार द्वारा दी गयी राहत की वास्तविकता से भटका कर उनके मन में भ्रम पैदा करने का काम कर रही है। 

अश्वनी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार खुद जनता के सामने क्यों सार्वजनिक नहीं करती कि उसने जनता को राहत देने के लिए दुकानों के किराये, बिजली-पानी के तीन महीनों के बिल, बुढ़ापा-विधवा व् विकलांग पेंशन में किसको राहत दी है।

हालाँकि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर, जन-धन खातों में 500 रूपये, किसानों के खातों में 2000 रूपये, बजुर्ग व विकलांगो के खातों में करीब 750 करोड़ रूपये सीधे भेजे जा चुके हैं। 

उन्होंने कांग्रेस सरकार को कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए सबको साथ लेकर चलने के लिए कहा और ये भी कहा कि यह वक्त अपने राजनीतिक लाभ लेने का नहीं है। शर्मा ने कैप्टन को कहा कि इस वक्त प्रदेश सरकार का ध्यान सिर्फ नागरिकों के जीवन की रक्षा करने और जरूरतमंद लोगों तक राहत पहुँचाने पर होना चाहिए, हमसे राजनीति तो बाद में भी कर सकते हैं।

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Published May 1st, 2020 at 21:38 IST

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