Updated March 12th, 2021 at 09:43 IST
राजस्थान में 'बलत्कार की बढ़ती घटनाओं' के बीच BJP ने मांगा गहलोत सरकार इस्तीफा
घटना अलवर के खेडली थाना इलाके की है जहां खाकी के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
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'अपराधियों में डर, आमजन में विश्वास' ये है राजस्थान पुलिस का सूत्र वाक्य, जिसकी बदौलत गहलोत सरकार की पुलिस आम जनता में अपना भरोसा और मजबूत करने में जुटी है। लेकिन महज दो हफ्ते में रेप की 10 बड़ी वारदातों से राजस्थान में हाहाकार मचा है, हैरानी की बात ये कि इसमें से कुछ घटनाओं में आरोपी पुलिस वाले हैं। जिसके बाद बीजेपी गहलोत सरकार से इस्तीफा मांग रही है।
घटना अलवर के खेडली थाना इलाके की है जहां खाकी के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। दरअसल चंद दिनों पहले अपने पति के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने आई महिला को ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर झांसे में लिया, एसआई भरत सिंह मामला रफा दफा करने की बात कह कर पीड़िता को अपने घर ले गया और कथित तौर पर रेप की वारदात को अंजाम दिया।
जब रिपब्लिक भारत ने अलवर की एसपी से पीड़िता को इंसाफ दिलवाने की बात की तो उन्होंने तल्ख लहजे में कह दिया कि कानून से ऊपर कुछ नहीं, यही नहीं एसपी ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।
सिर्फ अलवर ही नहीं रेप की दिल दहला देने वाली वारदात राजस्थान के हनुमानगढ़ से भी आई है, जहां हफ्ते भर पहले जमानत पर बाहर निकला आरोपी रेप पीड़िता के घर पहुंचा और उसे 'तेल डालकर जला' दिया। पीड़िता को गंभीर हालत में बीकानेर के अस्पताल में भर्ती एडमिट कराया गया, जहां दो दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद पीड़िता की मौत हो गई।
सिर्फ खेडली, हनुमानगढ़ ही नहीं राजस्थान के कई जिलों में महिलाओं की इज्जत तार-तार की जा रही है। 25 फरवरी को अलवर के थानागाजी में 19 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म की कोशिश हुई, जहां आरोपी को पकड़ने की जगह पुलिस ने पीड़ित लड़की के परिवार वालों को ही थाने में बंद कर दिया।
राजस्थान के अरावली, कोटा, मालपुरा, जयपुर, अजमेर रेपकांड की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि राज्य सरकार को जवाब देते नहीं बन रहा है। हद तो तब हो गई जब महिला दिवस की रात एक महिला के साथ जयपुर में अलग अलग गाड़ियों में ले जाकर रेप की वारदता को अंजाम दिया गया। हालांकि वीडियो वायरल होने पर जयपुर पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि कुछ फरार हैं, जिसके बाद बीजेपी पूरी तरह हमलावर दिखाई दे रही है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने तो राजस्थान की गहलोत सरकार से इस्तीफे की मांग भी कर डाली। जिस हिसाब से राजस्थान में रेप की घटनाएं बढ़ रही है, उससे गहलोत सरकार पर सवालिया निशान खड़े होना लाजिमी है।
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Published March 12th, 2021 at 09:23 IST
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