Updated February 27th, 2021 at 17:26 IST
AIIMS के निदेशक ने कोरोना वैक्सीन से जुड़ी शंकाओं को किया दूर, भारत की स्थिति पर कही ये बात
रिपब्लिक टीवी ने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया से विशेष बातचीत की है।
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भारत के कुछ राज्यों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जबकि दूसरी तरफ लोग वैक्सीन लगने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इन सब के बीच, रिपब्लिक टीवी ने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया से विशेष बातचीत की है।
कोरोना वायरस की स्थिति में भारत आज कहां खड़ा है?
डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा- “दुनिया के बाकी हिस्सों, विशेष रूप से पश्चिमी दुनिया की तुलना में, भारत काफी अच्छी स्थिति में है। हमारे यहां सबसे कम मृत्यु दर है। हमारे मामलों की संख्या कम है और रिकवरी दर ज्यादा है। हालांकि, अभी भी चिंताएं जारी हैं क्योंकि कुछ राज्यों में पिछले कुछ दिनों में मामले बढ़ गए हैं जिसे लेकर हमें सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि हम संख्या में और उछाल नहीं चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा- “अब, अगले कुछ दिनों में टीकों को बड़े पैमाने पर रोल आउट किया जा रहा है, इसलिए मुझे लगता है कि हमें मामलों को संभालकर रखना होगा ताकी हम स्थिति को और बिगड़ने से रोक सकें। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारी स्थिति ऐसे ही अच्छी बनी रहे जैसी अब है।”
उन सभी के लिए एक संदेश जिन्होंने मास्क उतारने शुरू कर दिए हैं?
डॉ गुलेरिया ने कहा- “सबसे महत्वपूर्ण संदेश जो मैं देना चाहता हूं वह यह है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। अगर हम रक्षाकवच को नीचे कर देंगे, मास्क नहीं पहनेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखेंगे और हाथ नहीं धोएंगे तो हम वायरस को फिर से फैलने का मौका दे देंगे।”
“याद रखो कि Sero surveillance से पता चला है कि हमारे देश में केवल 20 प्रतिशत लोगों के पास एंटी-बॉडी है इसलिए हमारे देश में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो अभी भी संक्रमित हो सकते हैं। जब तक हम सावधान नहीं होंगे, हम फिर से बुरी स्थिति में आ सकते हैं। इसके अलावा, वैक्सीन होने के साथ, यह बहुत बुरा होगा अगर अब लोग अस्पतालों में आकर मर रहे हैं जब अगले कुछ हफ्तों में हम अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करके इसे पूरी तरह से चेन कर पाएंगे। इस समय, मैं वास्तव में सभी लोगों से एहतियात बरतने के लिए कहूंगा।”
क्या कोविड-19 पहले की तरह खतरनाक है?
उन्होंने कहा- “हां, यह पहले जितना ही खतरनाक है और अगर आप कुछ आंकड़ों को देखें जो कि कुछ वेरिएंट से उभर रहे हैं, तो वे न केवल अधिक संक्रामक हैं, बल्कि उनमें से कुछ ज्यादा मौतों का कारण भी बन रहे हैं।”
क्या यह सच है कि एक दिन हर कोई कोरोना से संक्रमित होगा?
“मुझे नहीं लगता कि यह सच है, पर्याप्त संख्या में लोगों को टीका लगाने से, हम सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम होंगे। मान लीजिए कि बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाया गया है और वे संक्रमण के प्रसार को रोकने में सक्षम हैं, तो यह धीरे-धीरे मर जाएगा।”
लोग टीकाकरण कैसे शुरू कर सकते हैं?
उन्होंने बताया कि “60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिक टीकाकरण चरण का हिस्सा होंगे और 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले वो लोग भी टीकाकरण चरण का हिस्सा होंगे जिन्हें कोई दूसरी बीमारी (comorbidities) है। लेकिन इसके लिए, दो काम किए जा रहे हैं। पहले तो Co-Win ऐप को अधिक मज़बूत बना दिया गया है, और दूसरा जो लोग टेक-सेवी नहीं हैं, उनके लिए टीकाकरण स्थल में वॉक-इन प्रणाली है, और आप खुद को पंजीकृत करवाकर भी वैक्सीन लगवा सकते हैं। साथ ही, आप अपॉइंटमेंट लेकर भी बाद में वैक्सीन लगवा सकते हैं।”
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Published February 27th, 2021 at 17:21 IST
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