Advertisement

Updated November 5th, 2018 at 18:05 IST

सबरीमाला मुद्दे पर बोले प्रकाश राज, कहा ''मां को पूजा करने से रोकने वाले धर्म को मैं नहीं मानता''

सबरीमाला पर अभिनेता प्रकाश राज ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जो धर्म महिलाओं को मंदिर में पूजा नहीं करने देता है. उस धर्म पर मुझे विश्वास नहीं है और वो धर्म मेरा नहीं है.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
Advertisement

देश के सबसे विवादित मुद्दे में से एक ''सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश विवाद'' पर राजनीतिक बयानबाजी के बाद अभिनेता प्रकाश राज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रकाश राज ने कहा है कि कोई भी धर्म जो एक महिला को मंदिर में पूजा नहीं करने देता है, वो मेरा धर्म नहीं है. जाहिर है अभिनेता प्रकाश राज का ये बयान प्रदर्शन कर रहे भक्तों को कतई पसंद नहीं आने वाला है. 

प्रकाश राज ने ये खुले तौर पर कह दिया कि महिलाओं को पूजा करने से रोकना ये बिल्कुल सही नहीं है. अगर कोई धर्म ऐसा करता है तो मुझे उस धर्म पर विश्वास नहीं है और वो धर्म मेरा नहीं है. अपनी बात कहते हुए अभिनेता ने खुद का उदाहरण देते हुए ये भी कहा कि ''कोई भी भगवान जो मेरी मां को पूजा नहीं करने देता, वो मेरे लिए भगवान नहीं है''

इस मुद्दे पर अपनी पूरी बात कहते हुए उन्होंने बोला कि "अगर हम में से हर-एक का ये मानना ​​है कि हमें जन्म महिलाएं देती हैं और मां को ही यदि भगवान या धर्म पूजा करने से रोकेगा तो वो धर्म मेरा नहीं है.''

बता दें कि भगवान अयप्पा मंदिर सोमवार को खुल गया है, जिसके मद्देनजर करीब 2,300 पुलिसकर्मियों को मंदिर पर तैनात किया गया है. बीते तीर्थयात्रा सत्र में हुए विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए ये पुख्ता व्यवस्था की गई है. 4 से 6 नवंबर तक के लिए सन्नीधनम, पंबा, निलाक्कल और इलावंकुल में धारा 144 लागू है. मंदिर के कपाट को शाम पांच बजे खोल दिया गया है जिसे मंगलवार रात 10 बजे बंद किया जाएगा.

गौरतलब है कि सबरीमाला मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया था. कई अन्य हिंदू संगठनों ने सबरीमाला मंदिर में सभी आयु की महिलाओं को प्रवेश देने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया था. केरल सरकार ने कहा था कि वो कोर्ट के आदेश को लागू करेगी.

बता दें कि सबरीमाला मंदिर को सभी आयु वर्ग की महिलाओं के लिए खोलने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था, ''सरकारों और अदालतों को ऐसे आदेश पारित करने चाहिए जिनका पालन हो सके. इन्हें ऐसे आदेश पारित नहीं करने चाहिए जो लोगों की आस्था को तोड़ने का काम करें''.

पुलिस ने शनिवार तक 536 मामले दर्ज कर 3,719 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से केवल करीब 100 लोग ही जेल में हैं, जबकि बाकियों को जमानत मिल गई थी.

मंदिर को 17-22 अक्टूबर तक पांच दिन तक चलने वाली मासिक पूजा के लिए खोला गया था. उस दौरान प्रतिबंधित आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के खिलाफ श्रद्धालुओं और अन्य संगठनों का विरोध प्रदर्शन देखा गया था.

इन सबके बीच अभिनेता प्रकाश राज का ये बयान उन्हें विवादों में ला सकता है.

Advertisement

Published November 5th, 2018 at 17:31 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo