Advertisement

Updated March 15th, 2020 at 10:40 IST

एंटी वायरल ड्रग्स से SMS अस्पताल जयपुर के डॉक्टरों की टीम ने बचाया कोरोना वायरस के मरीज़ को

दोनो की उम्र भी ज़्यादा थी और इस जोड़े की जांच की जांच में यह सामने आया कि इन्हें सिगनिफिकेन्ट रेस्पिरेटरी सिम्पटम्स थे

Reported by: Amit Bhardwaj
PTI/ सांकेतिक तस्वीर
PTI/ सांकेतिक तस्वीर | Image:self
Advertisement

चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का आतंक अब पूरी दुनिया भर में फ़ैल रहा है और लोग इससे काफी भयभित है क्योंकि इसका इलाज या कोई वैक्सीनेशन अभी तक नही बन पाई है और दुनिया के अलग अलग देशों की तरहं यह वायरस भारत में भी अपने पैर पसार चुका है। इसीके चलते एक मौत भी हो चुकी है और दर्जनों संक्रमित लोगों को अस्पतालों के प्राइवेट आइसोलेशन वार्डस में रखा गया है जहां उनका इलाज करने की कोशिश की जा रही है।

इसी के चलते राजस्थान के जयपुर में भी तीन कोरोना वायरस पॉजिटिव लोग पाए गए थे जिनमें 2 ईटली के रहने वाले हैं जो कि 28 फरवरी को एस एम एस अस्पताल जयपुर में भर्ती किया गया था। इन मरीजों के बारे में बताते हुए सवाई मान सिंह अस्पताल के प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर डॉ. सुधीर भंड़ारी ने बताया कि हमारे पास 2 लोग पति पत्नी जो कि ईटली के मूलरूप से नागरिक है एक कॉरपोरेट अस्पताल से रेफेर हो कर आये थे जो कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

दोनो की उम्र भी ज़्यादा थी और इस जोड़े की जांच की जांच में यह सामने आया कि इन्हें सिगनिफिकेन्ट रेस्पिरेटरी सिम्पटम्स थे और इसमें पति का केस काफी क्रिटीकल था क्योंकि उन्हें फेफड़े संबंधी एक बीमारी है जिसे वातस्फीति (emphysema) कहते है। पति एक डॉक्टर भी है और उन्होंने भारत आने से पहले कई रेस्पिरेटरी बीमारियों से संबंधित इन्फेक्टेड लोगों की जांच भी की थी। तो हमने अपनी पूरी टीम जो कि इनके उपचार में लगी थी के साथ एक डिस्कशन की और इस जोड़े को एक बेहतर इलाज उपलब्ध करवाया। हमने इलाज के लिए कई केसेस का ब्यूरा लिया और दवायों और दवायों के साल्ट का लिट्रेचर भी खंगाला।

हमने एक रीसर्च के बाद पाया की कुछ एन्टी फ्लू ड्रग्स है जो कि इस बीमारी को कंट्रोल और ठीक करने के लिए कारगर साबित हो सकते है। हमने 1 एन्टी फ्लू ड्रग जिसे टेमीफ्लू (Tamiflu) कहते है जो कि स्वाइन फ्लू के मरीज़ों के लिए इस्तेमाल करते हैं और 2 नए एन्टी रेट्रोवायरल ड्रग्स लोपिनावीर एवं रिटोनावीर (Lopinavir / Ritonavir) का इस्तेमाल किया यह दोनों ड्रग्स वायरस इन्फेक्शन को दूर करने में काम आती है। जब हमारी पूरी डॉक्टर्स की टीम ने इन ड्रग्स के बारे में लिट्रेचर पढ़ा तो जाना कि यह ड्रग्स कोरोना वायरस मरीज़ के इलाज में कारगर साबित हो सकती है।

डॉ सुधीर ने बताया कि जब भी कभी कोरोना इन्फेक्शन होता है तो चिंता का विषय यह होता है कि यह वायरस (Usual interstitial pneumonia) को क्रॉस कर देता है जिससे कि शरीर में ऑक्सिजन सैचुरैशन कम हो जाता है अथवा ब्रेन में भी ऑक्सीजन कम जाता है और बाद में काफी कॉम्प्लिकेशन बॉडी में हो जाते है। इनके इलाज में हमने एक और ड्रग का इस्तेमाल किया जिसे Lariago टेबलेट कहते है जो कि एंटी मलेरियल ड्रग है। इन सभी दवाईयों का पूरी रीसर्च कर इस्तेमाल किया गया और पाया कि पति और पत्नी में से पत्नी के टेस्ट नेगेटिव आए और वो ठीक होने लगी और दूसरी पति जो कि काफी उम्र के है को भी फायदा मिलना शुरू हुआ हालांकि वो काफी ज़्यादा इन्फेक्टेड थे जब हमारे पास रेफेर होकर आए थे। अभी धीरे धीरे वो भी काफी रिकवर कर रहे हैं। 

डॉ. सुधीर भंडारी का कहना है एस एम एस की पूरी टीम ने काफी मेहनत और रीसर्च की जिससे कि हम लोग कामयाब हो पाएं हैं और इसपर ओर भी रीसर्च अभी चल चल रही है जिससे कि हम इस बीमारी पर पूरी तरहं से काबू पा सकेंगे और कोरोना संक्रमित मरिजों का ईलाज कर सकेंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात हम इन ड्रग्स के साइड इफ़ेक्ट को भी चेक करते रहे और पाया कि किसी तरहं का कोई नुकसान शरीर को इन ड्रग्स से तो नही हो रहा तो हमने पाया कि किस्मत से यह ड्रग्स काफी सेफ़ हैं और अभी तक इन ड्रग्स का कोई साइड इफेक्ट्स सामने नही आये हैं। हम उम्मीद है कि जल्द आगे और रीसर्च कर इस कोरोना वायरस की बीमारी को पूरी तरहं से काबू किया जा सकेगा। 

डॉ. भंडारी ने कहा कि में अपनी पूरी एस एम एस अस्पताल की टीम और प्रशासन का आभारी हूँ की इतनी जल्दी कोरोना वायरस के मरिजों के वायरस को कंट्रोल कर  ठीक करने में उन्होंने दिन रात एक कर दिया और अभी भी काफी मेहनत कर रहे हैं तांकि जल्द एक ड्रग बनाकर इस बीमारी का पक्का इलाज निकालें। डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि जो भी भ्रांतियां सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं उसमे विश्वास न करें सबसे पहले एक तो अपने आस पास सफाई रखें खुद को हमेशा सैनेटाइज़र से सैनेटाइज़ रखें, खाने में फल, जूस और सब्जियों का ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करें, मोबाइल फ़ोन काफी करीब रहता हैं लोगों के उन्हें हमेशा सैनेटाइज़ करके रखें। अतः में मैं यह कहना चाहूंगा की अगर आपको इस गंभीर बीमारी का को भी लक्षण दिखाई देता है तो सबसे महत्व हैं कि तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।  

Advertisement

Published March 15th, 2020 at 10:40 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo