Updated November 30th, 2018 at 23:09 IST
VIDEO: माओवादियों ने कोबरा बटालियन के जवानों को चकमा देने के लिए अपनाया नया पैंतरा, पेड़ की आड़ में खड़े थे 'मौत के पुतले'
सुकमां के चिंतगुफा और तेलेमवाडा़ के बीच सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ 150 वीं बटालियन के जवानों को चकमा देने के लिए माओवादियों ने नया तरिका अपनाया.
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छत्तीसगढ़ के सुदूर पहाड़ी इलाकों में माओवादी सुरक्षा बलों को चकमा देने के लिए तरह -तरह के नए तरीके अपनाते रहते हैं. अब उन्होंने एक और नया तरिका खोज निकाला है. माओवादी प्रभावित सुकमा क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान माओवादियों ने पेड़ की आड़ में मौत के सौदागरों को खड़ा कर दिया.
दरअसल , यहां सुकमां के चिंतगुफा और तेलेमवाडा़ के बीच सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ 150 वीं बटालियन को जवानों को चकमा देने के लिए माओवादियों ने नया तरिका अपनाया. उन्होंने पेड़ों के पीछे चार पुतलों का बांध रखा था. जिसे सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया.
पेड़ों मे बांधे गए पुतलों के हाथों में लकड़ी की बंदूकें भी थी. पुतलों की पोजीशन से लग रहा था कि जैसे माओवादी मोर्चा लेकर पेड़ के पीछे छिपे हुए हैं. जवानों की जैसे इन पुतलों पर पड़ी तो वह अलर्ट हो गए और मोर्चा लिया, फिर कुछ देर इनमें हलचल न होने पर आगे बढ़े . पास जाने पर पुतले नजर आए. काफी सत्कर्ता के साथ उन पुतलों को जब्त किया गया.
सीआरपीएफ कमांडेंट ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया कि पहले तो बटालियन ने समझा कि ये माओवादी खड़े हैं. हमने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया. उसके बाद काफी देर तक सभी पुतलों पर से कपड़े हटाए गए तो उसमें आईडी लगा हुआ पाया गया. सभी पुतलों से आईडी को नष्ट कर दिया गया. ऐसा लग रहा था कि मानों यह माओवादियों की कोई नई चाल है.
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इधर छत्तीसगढ़ के किंरदुल में सुरक्षाबलो ने आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिनमें चार महिला और चार पुरष माओवादी शामिल है . इनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.
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Published November 30th, 2018 at 23:01 IST
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