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Updated March 10th, 2020 at 17:39 IST

कोरोना वायरस के 10 कन्फर्म और 46 संदिग्ध सफदरजंग अस्पताल में भर्ती

डॉक्टर आशु मीणा ने भारत सरकार और सरकार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरहं से इस कोशिश में लगा हुआ है कि यह वायरस लोगों पर हावी न हो पाए

Reported by: Amit Bhardwaj
सांकेतिक तस्वीर, PTI
सांकेतिक तस्वीर, PTI | Image:self
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चीन से उपजा कोरोना वायरस का खतरा अब पूरे विश्व पर मंडरा रहा है।  ब्रिटेन, अमरीका, जापान, दक्षिण कोरिया, फ़िलीपींस, थाईलैंड, ईरान, नेपाल और पाकिस्तान जैसे कई देशों तक पहुंचे इस वायरस से भारत भी अछूता नही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की हालिया रिपोर्ट माने तो फ़िलहाल अंटार्कटिका को छोड़ दिया जाए तो कोरोना का संक्रमण सभी महाद्वीपों में फैल चुका है। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित कई लोग पाए गए है। जिनका इलाज दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में चल रहा है। 

आज रिपब्लिक मीडिया नेट्वर्क की टीम ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया और कोरोना वायरस जैसे खतरनाक वायरस से लड़कर लोगों को बचाने में लगे डॉक्टर से बात की। डॉक्टर आशु मीणा ने भारत सरकार और सरकार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरहं से इस कोशिश में लगा हुआ है कि यह वायरस लोगों पर हावी न हो पाए जिसके लोए डॉक्टरों के कई टीमें बनाई गई हैं और साथ ही जागरूकता के कई अभियान शुरू किये गए है। 

डॉ. मीना ने कहा कि अफवाएं इस वायरस को लेकर चल रही है जिसे लोगों को नज़रअंदाज़ करना चाहिए। डॉक्टर मीणा ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में 10 कन्फर्म और 46 संदिग्ध मरीज़ भर्ती है। जिनका उपचार चल रहा है। डॉ. मीणा ने बताया कि सभी मरीज़ों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है इस स्पेशल वार्ड में डॉक्टरों के टीमें लगातार 24 घंटे इन मरिजों को निगरानी में रखा गया हैं। सभी डॉक्टरों को एक स्पेशल डिस्पोज़ेबल किट दी गयी है जिसमे मास्क, दस्ताने और एक स्पेशल सूट है जिससे वो मरिजों का चेकअप करने के बाद डिस्बोज़ कर देते हैं। हर बार नया किट पहना जाता है और पूरा धयान रखा जाता है की डॉक्टर इस संक्रमण से ग्रस्त न हो क्योंकि अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीज़ों को भी इससे खतरा हो सकता है। सभी डॉक्टर् और स्टाफ को प्रॉपर सेनेटाइज़ करके वार्ड के अंदर और बाहर जाने के लिए आदेश दिए गए है ताकि कोई भी वायरस कैर्री न करले और फिर लोगों को उससे ग्रस्त न करें। 

डॉ. आशु के मुताबिक मास्क केवल टेम्पररी प्रीकॉशन है और एक बार मास्क इस्तेमाल करने के बाद तुरंत मास्क बदलना चाहिये। डॉ. मीना के मुताबिक मास्क के साथ साथ, हाथों जो बार बार धोना अथवा ऐल्कहॉल बेस्ड सेनेटाइज़र का लगातार इस्तेमाल करना ज़रूरी है। डॉ. मीणा के अनुसार जो लोग नॉन वेज खाते है उनको नॉन वेज को पूरी तरहं उबाल के और उसे खूब पका कर खाना चाहिए। डॉक्टर आशु मीणा ने बताया की इस संक्रमण से बचने के लिए सफाई का ध्यान रखना ज़रूरी है। डॉ. मीणा ने कहा कि लोगों को साफ कपड़े पहने और आस पास गंदगी न रखने की कोशिश करनी चाहिए उनके मुताबिक वो भी वार्डस को सेनिटाइज़ और उनमे सफाई रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं जिससे यह संक्रमण न फैले।

(अमित भारद्वाज, न्यूज़ एडिटर)

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Published March 5th, 2020 at 20:28 IST

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