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Updated June 17th, 2021 at 08:41 IST

यूपी: केशव मौर्य ने 2022 के चुनावों में BJP के लिए 300+ सीट जीतने का रखा लक्ष्य; कहा- पार्टी तय करेगी सीएम का चेहरा

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Uttar Pradesh Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बुधवार को भविष्यवाणी की कि भारतीय जनता पार्टी 2022 में होने वाले यूपी चुनाव को जीतेगी।

Reported by: Gaurav Kumar
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उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Uttar Pradesh Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बुधवार को भविष्यवाणी की कि भारतीय जनता पार्टी 2022 में होने वाले यूपी चुनाव को जीतेगी। उन्होंने कहा कि, पार्टी 300+ का लक्ष्य हासिल करेगी। मौर्य ने कहा कि, योगी सरकार ने SP-BSP के 15 वर्षों की तुलना में 4 वर्षों में अधिक प्रगति की है, उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के सपने धराशायी हो जाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री के चेहरे वाले सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा कि, भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस पर फैसला करेगा। जबकि अधिकांश भाजपा नेता 2022 में भाजपा का नेतृत्व करने के लिए मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम ले रहे हैं। हालांकि पार्टी ने औपचारिक तौर पर योगी के नाम का अभी ऐलान नहीं किया है।

यूपी के उप मुख्यमंत्री: 'बीजेपी जीतेगी 300+ सीटें'

मौर्य ने कहा, "हमने 4 साल में सपा और बसपा की 15 साल की सरकारों की तुलना में अधिक विकास कार्य किए हैं। हम 2022 (विधानसभा चुनाव) में फिर से जीतेंगे। हम 300 से अधिक सीटें जीतेंगे। जो "मुंगेरीलाल के हसीन सपने" देख रहे हैं, उनके सपनों को कुचल दिया जाएगा।”

बीजेपी के सीएम चेहरे के बारे में पूछे जाने पर मौर्य ने कहा, "भाजपा किसके नेतृत्व में राज्य में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी, इसका फैसला बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व और संसदीय बोर्ड करेगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव किसके नेतृत्व में होगा। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। यह सपा, बसपा और कांग्रेस की तरह एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है।"

हाल ही में यूपी कैबिनेट विस्तार की अफवाहों के बीच, सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10-11 जून को पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। भाजपा 2022 में सात राज्यों के चुनावों के लिए तैयार है। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल यूपी के नेतृत्व या राज्य सरकार के ढांचे में बदलाव नहीं होगा। केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय के लिए आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया जाएगा। हाल ही में, आरएसएस और बीजेपी के कई शीर्ष नेताओं ने यूपी का दौरा किया और योगी सरकार के COVID से निपटने की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने भी हाल ही में यूपी सरकार द्वारा बनाई गई बुजुर्ग नागरिकों के लिए एक योजना की तारीफ की थी।

यूपी चुनाव 2022

इस बार बीजेपी को यूपी चुनाव में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, एआईएमआईएम, आजाद समाज पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी जैसी पार्टियां एक साथ चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि कुछ पार्टियों ने तो अभी से ही समझौता कर लिया है। वहीं AAP, शिवसेना और JDU जैसी पार्टियों ने घोषणा की है कि वे यूपी चुनाव लड़ेंगे। समाजवादी पार्टी और बसपा ने गठबंधन नहीं करने और कांग्रेस के लिए अपने दरवाजे बंद करने का फैसला किया है। 

कांग्रेस अपनी वापसी को देखते हुए, राज्य में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में आक्रामक रूप से प्रचार कर रही है। 2017 में, यादव परिवार में उथल-पुथल के बीच - अखिलेश ने चाचा शिवपाल को बाहर कर दिया और मुलायम सिंह यादव को पार्टी प्रमुख के रूप में बदल दिया, तत्कालीन यूपी के सीएम ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया - अखिलेश और राहुल गांधी ने संयुक्त रैलियां कीं। यह चुनाव-गठबंधन बुरी तरह विफल रहा, केवल 55 सीटें ही जीस सका। जबकि भाजपा ने 312 सीटें जीतीं और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने। 

 

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Published June 17th, 2021 at 08:41 IST

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