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Updated May 2nd, 2021 at 19:46 IST

नंदीग्राम: शुभेंदु अधिकारी ने ममता को हराकर लहराया जीत का परचम, TMC प्रमुख ने लगाया ‘धोखाधड़ी’ का आरोप

पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों में रविवार को एक बड़ा मोड़ आ गया है जिसमें सीएम ममता बनर्जी नंदीग्राम में 1737 वोटों के अंतर से बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से हार गई हैं।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों में रविवार को एक बड़ा मोड़ आ गया है जिसमें सीएम ममता बनर्जी नंदीग्राम में 1737 वोटों के अंतर से बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से हार गई हैं। भले ही, चुनाव आयोग द्वारा अधिकारी की जीत की घोषणा करना अभी बाकी है, लेकिन बनर्जी ने खुद अपनी हार स्वीकार कर ली है, और साथ ही कहा है कि वह अदालत में फैसले को चुनौती देंगी। 

कड़े मुकाबले में पहले देखा गया कि शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी से 4000 सीटों पर बढ़त बना ली है, लेकिन बाद में ममता के आगे निकलने से पहले, केवल 6 वोटों का ही अंतर रह गया था। हालांकि, बनर्जी ने बंगाल में सत्ता बरकरार रखी है क्योंकि टीएमसी ने 213 सीटों पर बढ़त बना ली है जबकि बीजेपी की अभी केवल 77 सीटें हैं। 

नंदीग्राम में ‘धोखाधड़ी’ का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा, “चुनाव आयोग ने पहले जीत की घोषणा की थी, अब वे कुछ और कह रहे हैं। हम अदालत में इससे लड़ेंगे। हम संवैधानिक पीठ के पास जाएंगे और लड़ाई लड़ेंगे। मैं नंदीग्राम के लोगों के फैसले को स्वीकार करूंगी। मायने बस ये रखता है कि हमने भारी जीत हासिल की है।”

नंदीग्राम की लड़ाई

अपने घरेलू मैदान को बचाने के लिए ममता बनर्जी ने 2011 में बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी को मैदान में उतारा था जिसकी वजह से वह सीएम बनीं। बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और आईपीएसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बढ़ते प्रभाव से चिंतित, तृणमूल के कई अन्य विधायकों के साथ अधिकारी बीजेपी में शामिल हो गए। फिर मुकाबले की घोषणा करते हुए, ममता ने कहा कि वह अपने गढ़ भवानीपुर के बजाय नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी।

जबकि नंदीग्राम तृणमूल का गढ़ है, अधिकारी परिवार के सदस्य जैसे शिशिर, शुभेंदु, दिब्येंदु और सौमेंदु का जिले में बड़े पैमाने पर बोलबाला है जिसके कारण ये लड़ाई ममता बनाम अधिकारी परिवार की हो गई। किसान आंदोलन के बीच भी, नंदीग्राम भूमि आंदोलन सुर्खियों में आ गया जिसमें ममता ने बीजेपी पर किसानों की जमीन 'व्यापारियों को बेचने' का आरोप लगाया। एग्जिट पोल ने भी ममता और अधिकारी के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की थी।

ये भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में ममता का डंका, असम में खिला कमल; तमिलनाडु में DMK तो केरल में LDF की जीत

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Published May 2nd, 2021 at 19:42 IST

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