Updated April 1st, 2019 at 12:43 IST
शरद पवार पर बरसे PM मोदी, कहा- 'वो सोचते थे कि वो भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं'
मोदी ने कहा कि पवार परिवार के लोग इसी बात पर माथापच्ची कर रहे हैं कि कौन सी सीटों से लड़ें, कहां छोड़ दें। इस वजह से दूसरों का धैर्य भी समाप्त हो रहा है
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देश में लोकसभा चुनाव के मद्देज़र सरगर्मी बढ़ती जा रही है। ऐसे में सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच ज़ुबानी जंग तेज होती जा रही है। इस बीच महाराष्ट्र के वर्धा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ललकार देखी गई। उन्होंने NCP प्रमुख शरद पवार के खिलाफ खूब ज़हर उगला।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शरद पवार साहब देश के सबसे वरिष्ठ औऱ अनुभवी नेताओं में से एक रहे हैं। वो कोई भी काम बिना सोचे-विचारे नहीं करते है।
पीएम ने निशाना साधते हुए ये भी कहा कि एक समय था जब वो सोचते थे कि वो भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने ऐलान भी किया था कि वो ये चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अचानक एक दिन बोले कि नहीं, मैं तो यहां राज्यसभा में ही खुश हूं, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। शरद पवार जी भी जानते हैं कि हवा का रुख किस तरफ है।
मोदी ने कहा कि पवार परिवार के लोग इसी बात पर माथापच्ची कर रहे हैं कि कौन सी सीटों से लड़ें, कहां छोड़ दें। इस वजह से दूसरों का धैर्य भी समाप्त हो रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'उनकी एक समस्या ये भी है कि एनसीपी में इस समय बहुत बड़ा पारिवारिक युद्ध चल रहा है। पार्टी उनके हाथ से निकलती जा रही है और स्थिति ये है कि पवार साहब के भतीजे धीरे-धीरे पार्टी पर कब्जा करते जा रहे हैं। इसी वजह से NCP को टिकट बंटवारे में भी दिक्कत आ रही है।'
उन्होंने कहा कि अभी तो पोलिंग में 10 दिन बाकी हैं। लेकिन आज जो आप लोगों ने प्यार और आशीर्वाद दिया है, पता नहीं आज कांग्रेस और NCP के लोगों को नींद आएगी की नहीं।
पीएम ने आगे हमलावर होते हुए कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस औऱ NCP का गठबंधन कुंभकरण की तरह है। जब वो सत्ता में होते हैं तो 6-6 महीने के लिए सोते हैं। 6 महीने में कोई एक उठता है और जनता का पैसा खाकर फिर सोने चला जाता है। पैसे की ये भूख मिटाने के लिए सिंचाई, स्टैंप, रीयल-इस्टेट, सड़क परियोजनाएं, सरकारी टेंडर, जहां से बन पड़ता है, जैसे बन पड़ता है, करोड़ों-अरबों रुपए जुटाए जाते हैं।
पुरानी बात याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि मत भूलिए, जब महाराष्ट्र का किसान अजित पवार से बांधों में पानी के बारे में सवाल करने गया था तो उन्हें क्या जवाब मिला था। मत भूलिए, जब मावल के किसान अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे, तो पवार परिवार ने उन पर गोली चलाने का आदेश दे दिया था।
प्रधानमंत्री ने तहा कि खुद एक किसान होने के बावजूद शरद पवार किसानों को भूल गए, उनकी चिंताओं को भूल गए। उनके कार्यकाल में कितने ही किसानों को खुदकुशी के लिए मजबूर होना पड़ा, लेकिन पवार साहब ने कोई परवाह नहीं की। उनका ध्यान किसानों की स्थिति पर था ही नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब आज पवार साहब को लोगों ने ही बोल्ड कर दिया है। उनके झूठ, उनके झूठे वायदों की पोल खुल चुकी है और वो खुद भतीजे के हाथों हिट-विकेट हो चुके हैं।
इतना ही नहीं, शरद पवार द्वारा वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा दिए जाने की वजह से ज्यादातर एनसीपी नेताओं को रिटायर्ड हर्ट हो जाने का ही रास्ता ज्यादा आसान लग रहा है।
पीएम मोदी ने बोला कि आपका ये चौकीदार पूरी ईमानदारी से दिन-रात आपकी मुश्किलों को कम करने में जुटा है। कपास, सोयाबीन, तूर सहित अनेक फसलों का समर्थन मूल्य लागत का डेढ़ गुना बढ़ाने का काम भी इसी चौकीदार ने किया है। इतना ही नहीं वन उपज के MSP में काफी बढ़ोतरी की है।
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Published April 1st, 2019 at 12:36 IST
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