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Updated April 16th, 2019 at 17:07 IST

सिद्धू ने मुसलमानों से धर्म के नाम पर मतदान करने की अपील, ओवैसी पर लगाया 'वोट बंटाने' का आरोप

दरअसल कटिहार संसदीय क्षेत्र बलरामपुर विधानसभा के बारसोई प्रखंड के उच्च विद्यालय ढ़ठ्ठा  के मैदान में सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने भड़काऊ भाषण दिया।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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अक्सर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले कांग्रेसी नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अब नई मुसीबत में फंसते हुए नजर आ रहे हैं।  दरअसल सिद्धू पर धर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का आरोप लगा है और वो भी ऐसे समय में जब पूरे देश में चुनावी आचार सहिंता लागू है।

दरअसल कटिहार संसदीय क्षेत्र बलरामपुर विधानसभा के बारसोई प्रखंड के उच्च विद्यालय ढ़ठ्ठा  के मैदान में सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने भड़काऊ भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में मुस्लिम समुदाय को संबोधित करते हुए एकजुटता दिखाने की बात कही। 

विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर के पक्ष में मुस्लिम बहुल कटिहार में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने मोदी पर निशाना साधते हुए मुसलमानों से कहा 'ये बांट रहे हैं आपको।’’ कटिहार के पडोसी किशनगंज लोकसभा सीट, जहां से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अपना उम्मीदवार उतारा है, की ओर इशारा करते हुए सिद्धू ने कहा ' मुस्लिम भाइयों ये यहां पर ओवैसी साहेब जैसे लोगों को लाकर आप लोगों के वोट बांटकर जीतना चाहते हैं।’’ सिद्धू ने मुसलमानों से कहा, 'यहां माइनॉरटी मजॉरटी में है। अगर तुम लोगों ने एकजुट होकर वोट डाला तो सब पलट जाएगा। मोदी सलट जाएगा। छक्का लग जाएगा।’’ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने कहा, “हम नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं। उनकी टिप्पणियां कांग्रेस की अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की नीति और पार्टी की एक आसन्न हार की चिंता का परिणाम हैं”।

सिद्धू का यह बयान साफ साफ दिखाता है कि उन्होंने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है, अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग इसपर क्या कार्रवाई करता हैं।

बता दें, हाल ही में आयोग ने सोमवार को इस बारे में आदेश जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मंगलवार (16 अप्रैल) को सुबह छह बजे से अगले 72 घंटे तक और मायावती को इसी समय से अगले 48 घंटे तक किसी भी प्रकार के चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेने से रोक दिया है।

मायावती को उत्तर प्रदेश के देवबंद में एक जनसभा के दौरान मुस्लिम मतदाताओं से एक पार्टी को वोट नहीं देने की अपील करने पर आयोग ने चुनाव आचार संहिता का दोषी पाया था। जबकि योगी को मेरठ में एक जनसभा में ‘अली’ और ‘बजरंग बली’ से जुड़े विवादित बयान देने के कारण आचार संहिता का दोषी करार देते हुये भविष्य में ऐसे बयान नहीं देने की चेतावनी जारी की थी।

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Published April 16th, 2019 at 14:58 IST

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