Updated September 7th, 2018 at 23:51 IST
चार राज्यों के साथ तेलंगाना में चुनाव कराने के लिए ''तैयारियों की समीक्षा'' के लिए टीम भेजेगा EC
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि चार राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया हैं
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देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि चार राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया हैं. चुनाव आयुक्त ने चुनावी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि चुनाव की तारीखें को लेकर किसी प्रकार की अटकल बाजी ठीक नहीं. मीडिया के एक धड़े में इस बाबत ऐसी खबर हैं कि चार राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अक्टूबर में होगा और मतदान नवंबर में कराए जाएंगे. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि वोटो की गिनती दिसंबर में होगी.
मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ , राजस्थान और मिज़ोरम के विधानसभा चुनाव के साथ तेलंगाना चुनाव को लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग ने मंथन किया. जिसमें यह साफ किया गया कि तेलंगाना के विधानसभा चुनाव इसी साल कराए जाएंगे. इसके लिए तेलंगाना में चुनाव की तैयारियों के आकलन के लिए आयोग अगले हफ्ते एक टीम हैदराबाद भेजेगा. समय से पहले चुनाव के लिए राज्य में सत्तारुढ़ पार्टी के अनुरोध पर विधानसभा भंग कर दी गई है.
चुनाव आयोग ने साफ किया कि वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा इस टीम का नेतृत्व करेंगें. यह टीम तेलंगाना में ''चुनावी तैयारियों के संबंध में राज्य में स्थिति का आकलन'' करेगा. इसके अनुसार टीम 11 सिंतबर को राज्य पहुंचेगी. दौरे के बाद आयोग को अपनी रिपोर्ट सुपुर्द करेगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, '' रिपोर्ट आने के बाद हम इस पर विचार करेंगे कि क्या तेलंगाना का चुनाव चार राज्यों के साथ कराया जा सकता है या नहीं. उन्होंने आगे कहा कि, विधानसभा चुनावों के तारीखें को लेकर किसी प्रकार की अटकलबाजी ठीक नहीं.
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव को लेकर अकलबाजियों को तब और हवा मिल गई जब सुबे के सीएम के चंद्रशेखर राव ने कार्यकाल पूरा किए बिना चार महीने पहले ही विधानसभा भंग कर दी.
बता दें , तेलंगाना विधानसभा का अगला चुनाव 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाना है लेकिन मुख्यमंत्री राव ने इस साल के अंत में 4 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही इस राज्य के चुनाव कराने के मकसद से यह फैसला लिया हैं. इस साल के अंत में राजस्थान , मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ़ और मिज़ोरम में एक साथ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
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Published September 7th, 2018 at 23:41 IST
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