Updated March 31st, 2019 at 15:10 IST
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर CPI नेता प्रकाश करात बोले- 'हम पुरजोर विरोध करेंगे'
सीपीआई नेता प्रकाश करात ने कहा कि इसका हम पुरजोर विरोध करेंगे और इस चुनाव में हम वायनाड में राहुल गांधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दक्षिण भारत कूच कर गए हैं। कांग्रेस ने यह फैसला किया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दो सीटों वायनाड और अमेठी से चुनाव लड़ेगे। राहुल गांधी के ऐलान के थोड़ी देर बाद सीपीआई नेता प्रकाश करात ने कहा कि इसका हम पुरजोर विरोध करेंगे और इस चुनाव में हम वायनाड में राहुल गांधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।
वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने कहा कि वायनाड से चुनाव लड़कर राहुल लेफ्ट को चुनौती देने आ रहे हैं। वायनाड 20 लोकसभा सीटों में से एक है और इसे बाकी सीटों से अलग देखने की आवश्यकता नहीं है। हम राहुल गांधी से लड़ेंगे।
बता दें भाजपा अमेठी में पिछले 15 साल से सांसद राहुल के विकास पर ध्यान ना देने का आरोप लगाकर उनकी नाकामियां गिना रही है, वहीं कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने पिछले पांच साल में अमेठी को कुछ देने के बजाय विकास परियोजनाएं वापस लेकर उससे काफी कुछ छीना ही है।
भाजपा की कोशिश है कि अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को हराकर इस पार्टी को सबसे बड़ी चोट दी जाए। तो ऐसे में सवाल उठता हैं कि क्या राहुल गांधी अमेठी में हार के डर से घबराए गए हैं ? स्मृति ईरानी के आगे राहुल ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है ? कांग्रेस ने ये साफ कर दिया कि राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन ये साफ नहीं किया है कि राहुल गांधी अमेठी से वायनाड क्यों भाग रहे हैं।
इधर कांग्रेस अध्यक्ष के वायनाड से लड़ने पर बीजेपी ने चौथरफा हमला बोलते हुए तंज कसा कि 'रणछोड़ दास गांधी हो गए हैं राहुल गांधी ...' वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अपनी परंपरागत सीट छोड़ कर केरल से चुनाव लड़ने जाना बताता है कि राहुल गांधी डरे हुए हैं।
अमेठी में प्रियंका नहीं बचा पाई भैया?
जानकारी के अनुसार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अमेठी गई थीं। प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से वहां की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की, साथ ही प्रियंका यह भी जनाने कि कोशिश की अगर वह वहां से चुनाव लड़ती है तो क्या होगा।
इधर इस बार प्रियंका गांधी अपने भैया की नैया बचाने उतरी हैं। लेकिन उनकी रैलियों में भीड़ नहीं जुट रही है। प्रियंका की रैलियों में मोदी मोदी के नारे लग रहे हैं, और इस सबके बीच स्मृति इरानी राहुल के खिलाफ एक बड़ी चुनौती बन रही हैं।
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Published March 31st, 2019 at 15:10 IST
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