Updated December 13th, 2018 at 20:25 IST
मध्यप्रदेश में बतौर CM किसका होगा राजतिलक? राहुल गांधी ने ट्वीट कर उलझाया..
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके मसले को और उलझा दिया है. लोग उलझन में डूबे हुए हैं. कि आखिर मध्यप्रदेश की कमान राहुल गांधी किसके हाथों में सौंपेंगे.
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मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के किले पर कांग्रेस ने जीत का परचम तो लहरा दिया है. लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर असमंजस अभी भी बरकरार है. फिलहाल तीनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी पार्टी आलाकमान की मुहर नहीं लगी है. ऐसे में हर किसी को इंतजार है कि इन तीनों राज्यों में सीएम कौन बनेगा. हर कोई टक-टकी लगाए बैठा है. कांग्रेस के लिए ये फैसला कर पाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखी गई थी. फैसले में कड़ी टक्कर के बीच कांग्रेस के खाते सबसे ज्यादा सीटें गईं. ऐसे में कांग्रेस को 15 साल बाद यहां सरकार बनाने का मौका मिला है. लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बना सस्पेंस यहां भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है.
इस बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके मसले को और उलझा दिया है. लोग उलझन में डूबे हुए हैं. कि आखिर मध्यप्रदेश की कमान राहुल गांधी किसके हाथों में सौंपेंगे. राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर की है. जिसमें वो बीच में खड़े हैं. राहुल की एक तरफ कमलनाथ हैं तो दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया.. दोनों ही सीएम पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
इस फोटो के कैप्शन में राहुल गांधी ने लियो टॉल्स्टॉय (Leo Tolstoy) के एक वक्तव्य को शामिल किया है. उन्होंने लिखा.. ''दो सबसे शक्तिशाली योद्धा धैर्य और समय हैं''
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का 15 सालों तक चला वनवास खत्म हो चुका है. ऐसे में सीएम की गद्दी पर बैठने के लिए रेस फिलहाल यहां भी जारी है. इस रेस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों का नाम चल रहा है.
कमलनाथ दौड़ में आगे माने जा रहे हैं. हालांकि सीएम की दौड़ में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया भी प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
सीएम की कुर्सी के लिए फिलहाल कांग्रेस आलाकमान ने कोई घोषणा नहीं की है. इस बीच राहुल गांधी के ट्वीट ने एक बार फिर सभी को उलझन में डाल दिया है. लेकिन इन सबके बीच इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि मध्यप्रदेश में सीएम के सिंहासन के लिए नाम तय करना कांग्रेस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
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Published December 13th, 2018 at 20:21 IST
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