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Updated May 14th, 2019 at 21:13 IST

कोलकाता में अमित शाह के रोड शो पर हमला, टीएमसी और सीपीएम कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप

ऐसा लग रहा था मानों कोलकाता में लोकतंत्र नहीं हिंसातंत्र कायम हो गया है।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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कोलकाता की सड़कें आज राजनीतिक कोहराम की गवाह बनीं। अमित शाह का काफिला धर्मतल्ला से मानिकतल्ला की तरफ बढ़ रहा था। तभी अचानक हिंसा का तांडव दिखाई देने लगा। कथित तौर पर तृणमूल के कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यकर्ताओं से भिड़ गए।

ऐसा लग रहा था मानों कोलकाता में लोकतंत्र नहीं हिंसातंत्र कायम हो गया है। लाठी चार्ज, पत्थरबाज़ी, भिड़ंत और आगजनी की ये तस्वीरें इस बात की गवाही दे रही हैं कि ममता के गढ़ में सियासी ताल ठोंकने का मतलब होता है। 

हालांकि अधिकारियों ने बताया कि यह तनाव तब बढ़ गया जब अमित शाह के काफिले के कॉलेज स्ट्रीट और स्वामी विवेकानंद के निवास के लिए उत्तरी कोलकाता में बिधान सारणी से गुजरते वक्त पथराव किया गया। 

अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज स्ट्रीट पर कलकत्ता विश्वविद्यालय परिसर के बाहर झड़प शुरू हो गई जब वाम एवं टीएमसीपी के छात्र कार्यकर्ताओं ने शाह के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। 

उन्होंने काले झंडे दिखाए और “अमित शाह वापस जाओ” लिखे हुए पोस्टर हवा में लहराए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। 

हालांकि हिंसा के लिए बीजेपी और तृणमूल एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं। लेकिन इन तस्वीरों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान, चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी सिर्फ हिंसा का साम्राज्य है।

ये तस्वीरें इस बात की तस्दीक कर रही हैं। कि बंगाल में जंगलराज कायम हो चुका है।

(इनपुट- भाषा से भी)

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Published May 14th, 2019 at 20:37 IST

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