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Updated September 20th, 2018 at 21:10 IST

रिमांड होम में नशाखोरी रोकने पर बाल कैदियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दो को मौत के घाट उतारा

मंगलवार को रिमांड होम बच्चों की जांच हुई थी. इनमें एक बाल कैदी के पास से कोरेक्स की बोतल पकड़ी गई थी.

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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बिहार के पूर्णिया में एक बाल सुधार गृह में हुए घटना से नीतीश कुमार के सुशासन के दावों पर सवाल खड़ा हुआ है. यहा रिमांड होम में बुधवार शाम बाल कैदियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक बाल कैदी और हाउस फादर को मार डाला. इसके बाद हवाई फायरिंग करते हुए पांच बाल कैदी फरार हो गए. मृत बाल कैदी पॉस्को ऐक्ट में आरोपित था. वहीं भागने वाले कैदियों में तीन हत्या के प्रयास और दो आर्म्स ऐक्ट के मामलों में आरोपित बताए जाते है.  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बाल कैदी जदयू नेता का पुत्र है. 

जानाकारी के अनुसार पांचों बाल कैदी अचानक कमरे से बाहर निकले , इनमें से एक के हाथ में पिस्टल थी. उसने पहले हाउस फादर विजेंद्र कुमार को गले में गोली मार दी. इसके बाद एक बाल के सिर पर गोली मार दी. इसके बाद पांचों आरोपित हवाई फायरिंग करते हुए वहां से फरार हो गए. 

रिमांड होम के एक कर्मी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मंगलवार को रिमांड होम बच्चों की जांच हुई थी. इनमें एक बाल कैदी के पास से कोरेक्स की बोतल पकड़ी गई थी.

घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुखबिरी के आरोप में बाल कैदी की हत्या की हई. मंगलवार रात को उस बाल कैदी की पिटाई भी की गई थी. उसी की शिकायत पर बुधवार को किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी ने रिमांड होम पहुंच कर मामले की सुनवाई की . इसमें पांच कैदियों को दोषी पाया गया. इन कैदियों को शेखपुरा स्थनांतरित करने का निर्देश दिया गया. इस फैसले के बाद उन पांचों बाल कैदियों में गुस्सा था. 


वहीं बाल कैदियों के द्वारी की गई अंधाधुंध फायरिंग में हाउस फादर और बाल कैदी की मौत मामले से सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि इस रिमांड होम के अंदर पिस्तौल कैसे पहुंचा. इस रिमांड होम में निजी सुरक्षा गार्ड के अलावा होमगार्ड के आधे दर्जन जवान तैनात है. 

इस पर जिले के एसपी विशाल कुमार शर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और इसके लिए जिम्मेवार पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 


वहीं बाल सुधार गृह से फरार होने वाले बाल कैदियों ने पूरी योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया. घटना के पहले इन बाल कैदियों ने सीसीटीवी कैमरे में घटना की तस्वीरें कैद नहीं हो इसको लेकर सीसीटीवी के तारों को काट दिया था. 

वहीं घटना को अंजाम देकर भागने वाले पांच बाल कैदियों में से एक का मोबाइल फोन बाल रिमांड होम में ही छूट गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके किन लोगों से बात किया गया .


 

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Published September 20th, 2018 at 21:10 IST

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