Updated October 20th, 2021 at 19:49 IST
उत्तराखंड में एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात, अब तक 1300 से अधिक लोगों को बारिश की चपेट में आने से बचाया गया
Uttarakhand Rains: उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच स्पेशल फोर्स की कुल 17 टीमें इस समय राज्य में बचाव और राहत अभियान चला रही हैं। राज्य भर में 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
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Uttarakhand Rains: उत्तराखंड में लगातार संकट की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच राज्य में बचाव कार्य जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force) के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) (Deputy Inspector General) मोहसेन शहीदी (Mohsen Shahedi) ने बुधवार को बताया कि उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच स्पेशल फोर्स की कुल 17 टीमें इस समय राज्य में बचाव और राहत अभियान चला रही हैं। राज्य भर में 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं एनडीआरएफ के डीआईजी शहीदी ने आपदा में जान गंवाने वाले 46 लोगों की मौत पर दुख जताया।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शहीदी ने कहा,"एनडीआरएफ की कुल 17 टीमें उत्तराखंड में बचाव और राहत अभियान चला रही हैं, जिसमें दिल्ली, देहरादून की टीमें, उत्तर प्रदेश की दो टीमें और छह टीमें, जो प्री-मानसून तैनाती के हिस्से के रूप में पहले से ही तैनात थीं, शामिल हैं। 13,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।"
एनडीआरएफ के डीआईजी ने बताया कि डीआईजी ने कहा, "भारी बारिश से नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत और उधम सिंह नगर सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं। राज्य से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 46 लोगों की जान जा चुकी है, 15 लोग घायल हुए हैं जबकि नौ अब भी लापता हैं। करीब 20-25 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।"
पिछले कुछ दिनों से बाढ़ और भूस्खलन की कई घटनाएं उत्तराखंड में देखने को मिली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “बारिश ‘धीमी’ हो गई है लेकिन बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन से यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने का आग्रह किया गया है कि निवासियों को भोजन और पानी की कमी न हो।”
इससे पहले मंगलवार को सीएम धामी ने बारिश से संबंधित घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। बता दें, भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से सड़कें और राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे सामान्य परिवहन बाधित हुआ है।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) (State Disaster Response Force) स्थानीय बलों के साथ मिलकर स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ से समन्वय कर रहा है। बचाव और राहत कार्यों में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया गया है।
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Published October 20th, 2021 at 19:41 IST
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