Advertisement

Updated June 3rd, 2023 at 11:50 IST

Balasore Train Accident: कैसे एक ही जगह पर एक साथ 3 ट्रेनें टकरा गईं? ये है हादसे की पूरी कहानी

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर (Balasore) के पास हुए रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। हर कोई जानना चाहता है कि कैसे सफर के लिए निकले लोग मंजिल पर पहुंचने से पहले ही काल के गाल में समा गए।

Reported by: Dalchand Kumar
Balasore Train Accident (Image: ANI)
Balasore Train Accident (Image: ANI) | Image:self
Advertisement

Odisha Triple Train Mishap: ओडिशा के बालासोर (Balasore) के पास हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। शुक्रवार को सफर पर निकले लोग मंजिल पर पहुंचने से पहले ही काल के गाल में समा गए। कोई अपनों से मिलने निकला था, तो कोई रोजगार के लिए, लेकिन उससे पहले मौत का एक झपट्टा सैकड़ों लोगों की जिंदगी लील गया। इस बड़े रेल हादसे (Train Accident) में अभी तक मौतों का आंकड़ा 238 तक पहुंच चुका है। घायलों की संख्या 900 के अधिक हो चुकी है, जिनमें से कुछ लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। ओडिशा (Odisha) में ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आखिर हादसा कैसे हुआ, कैसे सफर के लिए निकले लोग मंजिल पर पहुंचने से पहले ही अचानक काल के गाल में समा गए। 

इस दर्दनाक हादसे की कहानी कुछ तरह बताई जा रही है कि समय सवा 7 बजे के आसपास का था। जगह ओडिशा के बालासोर के बाहानगा इलाका था। शुरुआत में हादसे का शिकार हावड़ा एक्सप्रेस हुई थी। हावड़ा एक्सप्रेस 1 जून की सुबह करीब 10.30 बजे यशवंतपुर से रवाना हुई। इस ट्रेन को करीब 33 घंटे में 1963 किलोमीटर का सफर तय करना था, लेकिन देरी के चलते ट्रेन ने 33 घंटे में करीब 1686 किलोमीटर का सफर पूरा किया। साढ़े तीन घंटे की देरी से ये ट्रेन 2 जून की शाम करीब 06:30 बजे भद्रक पहुंची। इसका अगला पड़ाव बालासोर था। 12864 नंबर की बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस बालासोर के बाहानगा बाजार में ये ट्रेन डिरेल हुई थी। ट्रेन के कई डिब्बे पटरे से उतर गए थे, जिनमें से कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर जा गिरे थे।

हावड़ा एक्सप्रेस की बोगियों से टकराई कोरोमंडल एक्सप्रेस

इसी पटरी पर कोरोमंडल एक्सप्रेस का आना हो रहा था। ट्रेन 2 जून की दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर हावड़ा से रवाना हुई थी, जिसे 3 जून की शाम 4 बजकर 50 मिनट पर चेन्नई पहुंचना था। यानि कुल साढ़े 25 घंटे में ट्रेन को 1662 किलोमीटर का सफर तय करना था। ये गाड़ी शाम करीब 06 बजकर 37 मिनट पर बालासोर पहुंची। करीब 7 बजकर 40 मिनट पर इस ट्रेन को भद्रक स्टेशन पहुंचना था। इसके पहले ही 12841 नंबर की शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के रास्ते में हावड़ा एक्सप्रेस के डिब्बे आ गए, जो पटरी पर पड़े थे। नतीजन इन डिब्बों से टकराकर कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां भी पलट गईं।

यह भी पढ़ें: Train Accident: 238 लोगों की मौत से सहमा देश; अमेरिका, कनाडा से नेपाल तक, इन देशों ने जताया दुख

फिर दोनों ट्रेनों के डिब्बे मालगाड़ी से टकराए

शाम करीब 7 बजे के आसपास दोनों ट्रेन बहानगार स्टेशन से गुजरने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही ये हादसा हो गया। ये इत्तेफाक था या भगवान की रची कोई रचना कि उसी समय वहां से एक मालगाड़ी को भी गुजरना था। दोनों गाड़ियों के डिब्बे पटरियों पर बिखरे हुए पड़े थे और तभी मालगाड़ी वहां आ गई और वो भी इन बोगियों से टकरा गई। एक के बाद एक तीन ट्रेनें हादसे की चपेट में आ गईं।

हादसे के बाद का मंजर बेहद खौफनाक था

हादसा कितना भयानक था कि कई बोगियों के परखच्चे उड़ गए। कुछ बोगियां एक दूसरे के ऊपर जा चढ़ीं तो कई डिब्बे रेलवे ट्रैक से दूर जा गिरे। हादसे का जो मंजर सामने आया है, वो बेहद खौफनाक है। चारों तरफ अफरा तफरी थी। चीख पुकार और जान बचाने की गुहार लग रही थी। हर तरफ सामान बिखरा हुआ था और चारों तरफ लाशों का अंबार था। बदहवास और हताश हर इंसान अपनों की तलाश में लगे हुए थे। किसी को अपनों को खोने का गम तो किसी को ना बचा पाने का दुख था। मौत का सामना करने वाले कुछ लोगों ने रात के अंधेरे में घटी इस घटना की दास्तान बयां की, जो रूंह कंपाने वाली थी। हादसे में जिंदा बचकर आए लोगों ने बताया कि घटना के बाद का मंजर भयानक था। किसी का सिर नहीं था, तो किसी के पैर नहीं थे।

यह भी पढ़ें: पटरी पर तड़पते लोग, हर तरफ चींख पुकार... दिल दहला देंगी Balasore Train Accident की ये दर्दनाक तस्वीरें

मानवीय चूक या तकनीकी कारण, होगी जांच

अब जांच का विषय ये है कि इतना बड़ा हादसा मानवीय चूक से हुआ या कोई तकनीकी कारण रहा है। दुर्घटना की जांच के लिए एक हाईलेवल कमेटी बनाई गई है। क्योंकि बालासोर में 2016 के बाद सबसे बड़े रेल हादसा हुआ है। ये हादसा कैसे हुआ और कौन जिम्मेदार है, जांच से इसका पता लगाया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। रेल मंत्री ने बताया कि बालासोर में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कई शहरों की टीम बुलाई गई है। घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।

1200 जवान, 200 एंबुलेंस, 50 बसें रेस्क्यू में लगीं

दुर्घटनास्थल पर मौजूदा स्थिति की बात करें तो युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। करीब 1200 जवान, 200 एंबुलेंस, 50 बसें, 45 मोबाइल हेल्थ यूनिट रेस्क्यू के लिए लगाई गई है। एयरफोर्स, NDRF और SDRF की टीमों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। इसके अलावा भारतीय सेना की टीम भी राहत और बचाव कार्य के लिए भेजी गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर मौजूद हैं। रेलवे के तमाम आलाधिकारी, राज्य के शीर्ष अधिकारी भी वहां मौजूद हैं। 

PM Modi भी ओडिशा जा सकते हैं

रेल हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि हादसे की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री बैठक करने वाले हैं। सूत्रों ने ये भी जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा के बालासोर में घटनास्थल पर भी पहुंच सकते हैं। संभावना है कि वो घायलों से मुलाकात करेंगे।

यह भी पढ़ें: Balasore Train Accident: जाको राखे साईंया मार सके ना कोय, कुछ ऐसी रही Coromandel Express के S5 कोच की कहानी!

हादसे का असर दूसरी ट्रेनों पर

बालासोर में हुए ट्रेन हादसे का असर दूसरी ट्रेनों पर भी पड़ा है। रेलवे ने 48 ट्रेनें रद्द की है। इसके अलावा 39 ट्रेनों के रुट को डायवर्ट किया गया है।

रद्द ट्रेनों की लिस्ट

  • गाड़ी संख्या 08411(बालासोर-भुवनेश्वर)
  • गाड़ी संख्या 08415(जलेश्वर -पुरी)
  • गाड़ी संख्या 12891(बंगरीपोसी - पुरी)
  • गाड़ी संख्या 18021(खड़गपुर-खुर्दा रोड)
  • गाड़ी संख्या 08063(खड़गपुर-भद्रक)
  • गाड़ी संख्या 22895(हावड़ा - पुरी)
  • गाड़ी संख्या 12703(हावड़ा - सिकंदराबाद)
  • गाड़ी संख्या 12821(शालीमार - पुरी)
  • गाड़ी संख्या 12245(हावड़ा - बेंगलुरु)
  • गाड़ी संख्या 08031(बालासोर-भद्रक)
  • गाड़ी संख्या 18045(शालीमार-हैदराबाद)
  • गाड़ी संख्या 20889(हावड़ा - तिरुपति) 

इन ट्रेनों का रूट किया गया डायवर्ट

  • 15644 (कामाख्या-पुरी)- ये खड़गपुर-टाटा नगर-राउरकेला-झारसुगुड़ा-संबलपुर-सिंगापुर रोड के रास्ते डायवर्ट की जाएगी।
  • 12508 (सिलचर-तिरुवनंतपुरम)- खड़गपुर-टाटा नगर-राउरकेला-झारसुगुडा-संबलपुर-सिंगापुर रोड के रास्ते डायवर्ट होगी।
  • 22504 (डिब्रूगढ़ - कन्याकुमारी)- इस ट्रेन को खड़गपुर-टाटा नगर-राउरकेला-झारसुगुड़ा-संबलपुर-सिंगापुर रोड के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
  • 12820 (आनंद विहार-भुवनेश्वर)- यह नेताजी एससी बोस जंक्शन गोमो-अनार-चांडिल-चक्रधरपुर-जरोली-नयागढ़ के रास्ते डायवर्ट होगा।
  • 22812 (नई दिल्ली-भुवनेश्वर)- ये गोमोह-अनार-चांडिल-चक्रधरपुर-झारसुगुड़ा के रास्ते डायवर्ट की जाएगी।
  • 12876 (आनंद विहार-पुरी)- इस ट्रेन को राजबेरा ब्लॉक हट-बोकारो स्टील सिटी-पुरुलिया-चांडिल-सोंगारी-दंगोआपोसी-जरोली-नयागढ़ के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
  • 22612 (न्यू जलपाईगुड़ी - मद्रास)- यह आसनसोल - अनारा - चांडिल - सोंगरी - राउरकेला - झारसुगुड़ा - संबलपुर - सिंगापुर रोड के रास्ते डायवर्ट होगा।
  • 07047 (डिब्रूगढ़-सिकंदराबाद)- इसे भट्टा नगर-खड़गपुर-टाटा नगर-राउरकेला-झारसुगुड़ा-संबलपुर-सिंगापुर रोड के रास्ते डायवर्ट की जाएगी।

रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

  • हावड़ा- 03326382217
  • शालीमार (कोलकाता) – 9903370746
  • बालासोर- 8249591559, 7978418322
  • खड़गपुर- 8972073925, 9332392339
  • भद्रक- 8455889900
  • जाजपुर क्योंझर रोड रेलवे स्टेशन- 8455889906
  • कटक- 8455889917
  • भुवनेश्वर- 8455889922
  • खुर्दा रोड- 6370108046
  • बालुगांव- 9937732169
  • पलासा- 897881006 
  • हेल्पलाइन- 04425354771

यह भी पढ़ें: ओडिशा ट्रेन हादसे में 10-10 लाख मुआवजे का ऐलान; रेल मंत्री बोले- 'उच्च स्तरीय जांच होगी, पर अभी रेस्क्यू पर फोकस'

Advertisement

Published June 3rd, 2023 at 10:50 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

3 दिन पहलेे
3 दिन पहलेे
4 दिन पहलेे
4 दिन पहलेे
5 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo