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Updated April 24th, 2024 at 12:08 IST

मंगलसूत्र से मुस्लिम तक... चुनावी पारा हाई, PM मोदी के बयान पर ओवैसी से प्रियंका तक को लगी मिर्ची

चुनावी मौसम है और बयानों को लेकर वार पलटवार का दौर भी जारी है। इस बीच कांग्रेस के संपत्ति बंटवारे की मंशा को लेकर PM के सवालों पर विपक्षी खेमा तिलमिला गया है।

Reported by: Kiran Rai
pm modi and priyanka gandhi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रियंका गांधी | Image:x/ @bjp4india/priyankagandhi
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Mangalsutra Muslim Row:   राहुल गांधी का एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर जो कहा वो एक समुदाय विशेष की ओर इशारा करता था। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके बयान और कांग्रेस के मेनिफेस्टो को आधार बना बांसवाड़ा रैली में जबरदस्त प्रहार किया। मतलब समझाया। इसके बाद कांग्रेस समेत विपक्ष के तथाकथित बड़े नेता बेचैन हो गए हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी से लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा खुलकर सामने आ गए हैं।

बांसवाड़ा में पीएम ने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो वो लोगों की संपत्तियां लेकर ज्यादा बच्चों वालों और घुसपैठियों को बांट देगी। इसे लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत भी की है फिर भी रैलियों, सभाओं में मुद्दे पर फुटेज और एज लेने का खेल जारी है!

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प्रियंका गांधी ने याद दिलाया परिवार का बलिदान

कांग्रेस महासचिव ने बेंगलुरु में  23 अप्रैल को एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने पीएम मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान को निशाने पर लिया फिर प्रधानमंत्री पर निजी हमले भी किए। कहा-" 70 सालों से ये देश स्वतंत्र है, 55 सालों के लिए कांग्रेस की सरकार रही तब क्या किसी ने आपका सोना छीना और आपके मंगलसूत्र छीने? जब देश में जंग हुई थी तब इंदिरा गांधी ने अपना सोना देश को दिया था और मेरी मां का मंगलसूत्र (राजीव गांधी) इस देश को कुर्बान हुआ है...अगर मोदी जी 'मंगलसूत्र' का महत्व समझते तो ऐसी बातें नहीं कहते। प्रियंका से पहले ओवैसी भी ऐसा ही कुछ कह चुके हैं।

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ओवैसी ने मुख्तार अंसारी से लेकर तीन तलाक का किया जिक्र

इससे पहले ओवैसी ने भी सख्त ऐतराज जताया। एक चुनावी सभा में ओवैसी ने कहा- पीएम ने मुस्लमानों को घुसपैठिया हैं और ये तक कह दिया कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में बुलडोजर कार्रवाई और पुलिस कस्टडी में हुई अतीक अहमद की मौत का भी जिक्र किया। ओवैसी ने जेल में मुख्तार अंसारी को जहर देकर मारने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अपने भाषण में CAA और तीन तलाक के कानून का भी जिक्र। बोले- मैं किसी मजहब के खिलाफ बयान नहीं देता। इतना ही नहीं, AIMIM प्रमुख ने पीएम मोदी को फिरका परस्त तक कह दिया। ओवैसी ने यह बयान बिहार में किशनगंज की बैसी विधानसभा क्षेत्र में दिया है।

क्या कहा था पीएम ने?

बांसवाड़ा में पीएम मोदी ने कहा था, 'पहले जब इनकी सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है... इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करते किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?...ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो मां-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेंगे। उसकी जानकारी लेंगे और फिर उसे बांट देंगे और उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। भाइयो-बहनो ये अर्बन नक्सल की सोच, मेरी मां-बहनों, ये आपका मंगलसूत्र भी नहीं बचने देंगे। ये यहां तक जाएंगे।'

कांग्रेस के घोषणा पत्र में लिखा क्या?

4 अप्रैल 2024 को कांग्रेस ने 48 पन्नों का घोषणा पत्र जारी किया। इसमें 5 न्याय और 25 गारंटियों की बात थी। कांग्रेस ने आर्थिक सामाजिक जातीय गणना की बात कही है। लिखा हिस्सेदारी न्याय औऱ सामाजिक न्याय के तहत लिखा है कि आर्थिक सामाजिक जाति गणना कराएगी। आर्थिक सामाजिक स्थिति का पता लगाएगी। फिर कांग्रेस सुधार के लिए कदम उठाएगी। ये पेज 6 पर है इसके अगले पेज पर अल्पसंख्यक के तहत लिखा है कि तानाशाही या बहुसंख्यकवाद (मैजोरिटिज्म) के लिए देश में कोई जगह नहीं है। कांग्रेस भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकार को बनाए रखने और रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

8 वें पन्ने पर लिखा है कि संविधान के तहत अल्पसंख्यकों के मौलिक अधिकार कांग्रेस बरकरार रखेगी। शिक्षा रोजगार व्यवसाय, सेवाओं, खेल, कला के बढ़ते अवसरों का पूरी तरह लाभ उठाने में अल्पसंख्यकों को प्रोत्साहित और सहायता करेगी। अल्पसंख्यकों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए आसान कर्ज देने की पॉलिसी  बनाएगी। अल्पसंख्यकों को शिक्षा, स्वास्थ्य , सरकारी नौकरी, लोक निर्माण अनुबंध, कौशल विकास, खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों में बिना किसी भेदभाव सही अवसर प्रदान किए जाएंगे।
2014 तक कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में अल्पसंख्यकों को आरक्षण की बात करती रही। यही वजह है कि अब कांग्रेस को धर्म के आरक्षण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री घेरते हैं।

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बिना कहे तुष्टिकरण की बात...

कांग्रेस मेनिफेस्टो में साफ साफ भले ही मुसलमान शब्द का इस्तेमाल न किया हो लेकिन अल्पसंख्यक शब्द मंशा पर सवाल खड़े करते हैं। सवालों का आधार तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह का एक बयान है। 2006 में उन्होंने ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना और विकास पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय विकास परिषद (NDC) की 52वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा था- मेरा मानना है कि हमारी सामूहिक प्राथमिकताएं बहुत स्पष्ट हैं। कृषि, सिंचाई एवं जल संसाधन, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों, महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए कार्यक्रम हमारी प्राथमिकताएं हैं। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए योजनाओं को नए सिरे से तैयार करने की जरूरत है। हमें ये सुनिश्चित करने के लिए नई योजनाएं बनानी होंगी कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुस्लिमों को विकास में समान भागीदारी मिले... संसाधनों पर पहला हक उन्हीं का होना चाहिए।  

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Published April 24th, 2024 at 12:08 IST

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