Updated November 10th, 2021 at 00:31 IST

पद्मश्री पुरस्कार लेने पहुंची मंजम्मा जोगती, कर्नाटक की ट्रांसजेंडर लोक नृत्यांगना के अंदाज ने जीता सबका दिल, देखें VIDEO

8 और 9 नवंबर को दिए गए पद्म सम्मान 2020 और 2021 ने अपने-अपने क्षेत्रों में योगदान के लिए कई उस्तादों और सामाजिक योगदानकर्ताओं को मान्यता दी।

Reported by: Ashwani Rai
Image: Twitter/@rashtrapatibhvn/allianceinindia | Image:self
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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वर्ष 2021 के लिए 119 पद्म पुरस्कार प्रदान किए। बता दें विभिन्न क्षेत्रों में कई उस्तादों और सामाजिक योगदानकर्ताओं के प्रयासों और योगदान को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को भी पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इस समारोह के दौरान कई हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कारों से सम्मानित किया जा रहा है।  मनोरंजन के क्षेत्र से कंगना रनौत और सरिता जोशी से लेकर पहलवान वीरेंद्र सिंह और खेलों में पैडलर मौमा दास तक। 8 व 9 नवंबर को आयोजित समारोह में क्षेत्र के योग्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इनके अलावा जोगम्मा विरासत की ट्रांसजेंडर लोक नर्तकी और कर्नाटक जनपद अकादमी की पहली ट्रांसजेंडर अध्यक्ष, मठ बी मंजम्मा जोगती को भी पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है।

अनोखे अंदाज में किया अभिवादन

समारोह के दौरान सुर्खियां बटोरते हुए ट्रांसजेंडर लोक नृत्यांगना ने राष्ट्रपति का पुरस्कार ग्रहण करते हुए अनोखे अंदाज में उनका अभिवादन किया। इस दौरान पद्मश्री लेने से पहले बी मंजम्मा जोगती ने अपने स्टाइल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दुआएं दी। बी मंजम्मा जोगती के इस अनूठे अंदाज को देखकर दरबार हॉल तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उनका ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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पद्मश्री पुरस्कार विजेता मंजम्मा जोगती कौन हैं?

बल्लारी जिले के कल्लुकम्बा गांव की रहने वाली मंजम्मा जोगती, जोगाम्मा विरासत की हैं, राज्य की शीर्ष लोक कला संस्थान, कर्नाटक जनपद अकादमी की प्रमुख बनने वाली पहली ट्रांसवुमन बनीं। उन्होंने स्थायी रूप से कलाव के जोगती नृत्य समूह का हिस्सा बनकर एक लोक नृत्यांगना के रूप में अपना करियर शुरू किया। कालव्वा की मृत्यु के बाद, जोगती ने समूह की कमान संभाली और पूरे राज्य में प्रदर्शन किया।

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वह कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के ग्रामीण हिस्सों में लोक नृत्य के रूप को लोकप्रिय बनाने में एक प्रमुख व्यक्ति बन गईं। क्षेत्र में उनके शानदार योगदान को कर्नाटक सरकार ने भी मान्यता दी थी क्योंकि उन्हें वर्ष 2010 में राज्योत्सव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

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इस दौरान, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''राष्ट्रपति कोविंद ने कला के लिए मठ बी मंजम्मा जोगती को पद्म श्री प्रदान किया। वह कर्नाटक जनपद (लोकगीत) अकादमी की अध्यक्ष हैं। उन्होंने ग्रामीण कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में प्रचलित लोक कला रूपों को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।''

 

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Published November 10th, 2021 at 00:31 IST

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